इस राशि के जातकों को वर्ष के प्रथम चरण में आजीविका के साधनों में बढ़त की स्थिति होगी। जनवरी के दो सप्ताह तक लग्नेश गोचरीय बुध द्वारा दृश्य होने के कारण कारोबार को विस्तारित करने में इस राशि के जातको को शनैः शनैः सफलता प्राप्त होगी। इसी प्रकार फरवरी व मार्च के महीने में व्यापार व स्वास्थ्य, शिक्षा, कैरियर का लाभ दूरदेश की यात्राओं का लाभ होगा। किन्तु जातको को संबंधित पहलुओं में छोटी-छोटी परेशानियों से भी दो चार होना पड़ सकता है। वर्ष के मध्य भाग में भी जातको को सेहत व सम्मान तथा रोजी-रोटी के क्षेत्रों में आंशिक सफलता प्राप्त होगी। वर्ष के अंतिम चरण में स्वजनों के मध्य तालमेल का आभाव झलक सकता है।
उपायः– अशुभ फल की समाप्ति हेतु जातको को भगवान शिव, सूर्य की अर्चना व ब्रह्मणों को दान-दक्षिणा देना अनिष्ट फल को हटाने में कारगर होगा
2019 में कर्क राशि के लिए ग्रह स्थितियां इस प्रकार रहेंगी
कर्क राशि
सूर्यः इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी से सप्तम भाव में, 13 फरवरी को अष्टम भाव में, 14 मार्च को धर्म भाव में, 14 अप्रैल को कर्म भाव में, 15 मई आय भाव, 15 जून को व्यय भाव में, 16 जुलाई को प्रथम भाव में, 17 अगस्त को द्वितीय भाव में, 17 सितम्बर को तृतीय भाव में, 17 अक्टूबर को चतुर्थ भाव में, 16 नवम्बर को पंचम भाव में, 16 दिसम्बर को षष्ठ भाव में संचरण करेगा।
चंद्रः चंद्र की गोचरीय तीव्रता होने के कारण सवा दो नक्षत्रों अर्थात् एक राशि का गोचरीय क्रम लगभग ढ़ाई दिनों में पूर्ण हो जाता है। अतएव चंद्रमा इसी तीव्रता क्रम से राशि चक्र में वर्ष पर्यन्त मेष से मीन पर्यन्त गोचर करेगा।
मंगलः मंगल इस वर्ष 05 फरवरी को कर्म भाव में, 22 मार्च को आय भाव में, 07 मई को व्यय भाव में, 22 जून को प्रथम भाव में, 08 अगस्त को द्वितीय भाव में, 25 सितम्बर को तृतीय भाव में, 10 नवम्बर को चतुर्थ भाव में, 25 दिसम्बर को पंचम भाव में संचरण करेंगे।
बुधः 01 जनवरी को षष्ठ भाव में, 20 जनवरी को दारा भाव में, 07 फरवरी को अष्टम भाव में, 25 फरवरी को धर्म भाव, 03 मई को कर्म भाव में, 18 मई को आय भाव में, 01 जून को व्यय भाव में, 20 जून को प्रथम भाव में, 26 अगस्त को द्वितीय भाव में, 10 सितम्बर को तृतीय भाव में 29 सितम्बर को चतुर्थ भाव में, 23 अक्टूर को पंचम भाव 25 दिसम्बर को षष्ठ भाव में संचरण करेंगे।
गुरूः इस वर्ष गुरू पंचम भाव में गोचर करते हुए 29 मार्च को षष्ठ भाव 22 अप्रैल को पंचम भाव में 04 नवम्बर को षष्ठ भाव में संचरण करेंगे।
शुक्रः शुक्र 01 जनवरी को पंचम भाव में, 29 जनवरी षष्ठ भाव में, 24 फरवरी को सप्तम भाव में 21 मार्च को अष्टम भाव में, 15 अप्रैल को धर्म भाव में, 10 मई को कर्म भाव में, 04 जून को आय भाव में, 28 जून को व्यय भाव में, 23 जुलाई को प्रथम भाव में, 16 अगस्त द्वितीय भाव में, 09 सितम्बर को तृतीय भाव में, 03 अक्टूबर को चतुर्थ भाव में, 28 अक्टूबर को पंचम भाव में 21 नवम्बर को षष्ठ भाव में 15 दिसम्बर को सप्तम भाव में संचरण करेंगे।
शनिः शनि वर्ष पर्यन्त षष्ठ भाव में गोचर करेंगे।
राहुः राहु इस वर्ष 06 मार्च तक प्रथम भाव इसके पश्चात् व्यय भाव में संचरण करेगा।
केतुः केतु इस वर्ष 06 मार्च तक सप्तम भाव में इसके पश्चात् षष्ठ में संचरण करेगा।