इससे पहले तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी को रथयात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी थी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में पार्टी की ‘रथ यात्रा’ को अनुमति देने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का बृहस्पतिवार को स्वागत किया और कहा कि ‘‘जल्द ही’’ कार्यक्रम शुरू होगा। भगवा पार्टी इस ‘रथ यात्रा’ को ‘गणतंत्र बचाओ यात्रा’ बता रही है। ‘रथ यात्रा’ की अनुमति देते हुए न्यायमूर्ति तपब्रत चक्रवर्ती ने प्रदेश भाजपा को जिले में रैली के प्रवेश करने के तय समय से कम से कम 12 घंटे पहले जिला पुलिस अधीक्षकों को इसकी सूचना देने का निर्देश दिया। अदालत ने पार्टी को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि “यात्राएं” कानून का पालन करते हुए यात्रा निकाली जाएं और सामान्य यातायात बाधित नहीं होना चाहिए।
पश्चिम बंगाल सरकार ने भाजपा को ‘रथ यात्रा’ की अनुमति देने से शनिवार को इनकार कर दिया था। उसने इसके लिए इन खुफिया रिपोर्टों का हवाला दिया था कि उन इलाकों में साम्प्रदायिक हिंसा की आशंका है जहां पार्टी यात्रा निकालने की योजना बना रही है। उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए घोष ने कहा, ‘‘हम अदालत के आदेश के लिए उसका आभार जताते हैं। यह ऐतिहासिक फैसला है। गणतंत्र बचाओ यात्रा जल्द ही शुरू होगी और कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले ही नई तारीखें सौंप दी हैं लेकिन हम तारीखों में थोड़ा बदलाव कर सकते हैं। हम अदालत के सभी दिशा निर्देशों का पालन करेंगे।’’ घोष ने कहा कि भाजपा के प्रदेश और केंद्रीय नेता तारीखों के संबंध में पार्टी के अगले कदम पर निर्णय लेंगे। प्रदेश भाजपा के सूत्रों के अनुसार, नई तारीखें हैं : कूचबिहार जिले से 22 दिसंबर, दक्षिण 24 परगना जिले से 24 दिसंबर और बीरभूम में तारापीठ मंदिर से 26 दिसंबर।