राफेल पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद राहुल से माफी मांगने की मांग उठी


केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को गुमराह किया और देश की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाया


फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद में घोटाले के आरोपों का सामना कर रही केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बाद आक्रामक रुख अपनाते हुए लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की.

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को गुमराह किया और देश की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाया. राजनाथ ने कहा कि उन्हें सदन में और देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए. उनको लगा था कि हम तो डूबे हैं सनम, तुमको भी ले डूबेंगे.

सदन में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे और राफेल पर अदालत के फैसले के बाद बीजेपी सदस्यों की नारेबाजी के कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई और फिर बाद में लोकसभा 17 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई.

सुप्रीम कोर्ट से मोदी सरकार को मिली क्लीन चिट

सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी. शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है.

सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही जहां विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर आसन के पास आकर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं बीजेपी के सदस्य भी शीर्ष अदालत के फैसले की पृष्ठभूमि में आक्रामक दिखे. बीजेपी सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगा रहे थे.

संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी सदन में कहा कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए. इस दौरान संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ ही बीजेपी के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगाते रहे.

कांग्रेस की मांग- राफेल सौदे की हो जेपीसी जांच

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस राफेल सौदे में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से इसकी जांच कराने की मांग कर रही है. इसके कारण सदन की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है.

कांग्रेस सदस्यों ने शुक्रवार को भी राफेल सौदे में जेपीसी जांच की अपनी मांग जारी रखी. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी के सदस्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिले. इस दौरान सदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उपस्थित नहीं थे. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में उपस्थित थीं.

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