वायदों से पलटना मुख्यमंत्री की फितरत : विजय बंसल
पहले एचएमटी के समय और अब एलिवेटेड के किए दुकानदारों को दिया धोखा
मुख्यमंत्री या तो असक्षम या वादाखिलाफी में माहिर
पिंजोर:
मनोहर लाल खट्टर की असक्षमता एक बार फिर जगजाहिर हो गई है,कालका की जनता से वादाखिलाफी कर भेदभाव करना भाजपा सरकार की फिदरत बन गई है उक्त आरोप हरियाणा किसान कांग्रेस के प्रदेशउपाध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार विजय बंसल ने लगाए है।विजय बंसल के अनुसार कालका में विकास का पहिया रुका हुआ है व मुख्यमंत्री का वायदों से मुकरना कही न कही उनकी असक्षमता को दर्शाता है।विजय बंसल ने पत्रकारों को जारी विज्ञप्ति में बताया कि 20 जून 2016 को चंडीगढ़ में नरेंद्र मोदी , प्रधानमंत्री को एचएमटी को बन्द करने के विरोध में काले झंडे दिखाने थे परन्तु उस समय मुख्यमंत्री के अनुरोध पर विजय बंसल के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री को मिला था तथा मुख्यमंत्री आवास पर विधायिका भी मौजूद थी उस समय मुख्यमंत्री ने वायदा किया था कि आप विरोध न करे, एचएमटी को किसी भी हाल में बन्द नही होने दिया जाएगा जबकि मुख्यमंत्री अपने वायदे से मुकर गए और अब एचएमटी की जमीन को कॉरपोरेट मित्रो को देने के लिए सेब मंडी की योजना बना डाली जोकि बिल्कुल असवैधनिक है और नियमो के विरुद्ध है।
उसी तरह बंसल ने बताया कि पिंजोर के दुकानदारों ने उन्हें बताया कि मुख्यमंत्री ने पिंजोर के दुकानदारों से मिलकर अंडरपास की जगह एलिवेटेड बनाने की मांग को लेकर शिष्टमंडल को आश्वस्त किया था कि पहले सर्वे होगा और उसके पश्चात ही कोई निर्णय लिया जाएगा परन्तु यदि एलिवेटेड बन सकता हो तो एलिवेटेड बनवाया जाएगा।
विजय बंसल ने कहा कि 15 नवम्बर 2018 को मुख्यमंत्री का कालका में रोड़ शो था , एचएमटी में सेब मंडी लगाने के विरोध में पहले से ही काले झंडे दिखाने की चेतावनी देदी थी और दिखाए भी परन्तु यदि दुकानदार भी विरोध करते तो मुख्यमंत्री को उनकी असलियत बेहतर रूप से दिखती इसलिए भाजपाई नेताओ द्वारा एक सुनियोजित षड्यंत्र से मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त करवाया गया कि अंडरपास नही बनेगा जबकि अब जब रोड शो होगया तो मुख्यमंत्री अपने बयान से पलट गए और वायदाखिलाफी कर अपना चेहरा जनता के समक्ष पेश कर गए।दुकानदारों को बरगालाकर उनके साथ कुठाराघात किया गया है।
विजय बंसल ने कहा कि एलिवेटेड बनने से जाम की समस्या का समाधान भी होगा और दुकानदारों को भी दिक्कत नही आएगी,ऐसे में सरकार बेहतर तरीके को चुने जिससे किसी का नुकसान न हो।पहले ही क्षेत्र में व्यापार नही है और बेरोजगारी अपनी चरम सीमा पर है ,इसलिए सरकार व्यापार को खत्म करने का काम न करे। एचएमटी,एसीसी जैसे प्लांट पहले से ही बंद हो गए है व स्थानीय युवा इन शोरूम्स के सहारे रोजगार लेते है।
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