जनक्रांति यात्राओं को मिले अभूतपूर्व समर्थन से हुड्डा बने प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता
चंडीगढ़:
लोकसभा चुनाव में करीब छह महीने और हरियाणा विधानसभा के चुनावों में साल भर का समय बचा है पर पिछले तीन महीने में प्रदेश का सियासी घटनाक्रम तेजी से बदला है। भाजपा सरकार द्वारा कई दांव पेंच खेलने के बावजूद इन हालातों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी मजबूत होकर उभरे हैं। जनक्रांति यात्रा के सातवें चरण में बरवाला में जिस तरह से भीड़ उमड़ी उससे सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज प्रदेश में हुड्डा के कद की बराबरी का नेता कोई नहीं है। जनक्रांति यात्रा में आने वाले जन सैलाब का आलम ये था कि बरवाला आने वाले सभी मार्गों पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही। बड़ी संख्या में लोग रैली समापन होने के बाद भी आते देखे गए। इंटक के सैकड़ों कार्यकर्ता रैली खत्म होने के बाद पहुंचे किंतु उनके हाथों में पार्टी के लहराते तिरंगे झंडों ने समां बांध दिया।
यात्रा में टोलियों के रूप में शरीक होते लोग जिस तरह नारेबाजी करते हुए और ढोल नगाड़ों की थाप पर थिरकते आ रहे थे वो चुनावी रैली का आभास करा रहे थे और भीड़ से गदगद जोश में भरे पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने दो पाटों के बीच फंसी इनेलो और अनुभवहीन प्रदेश भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उनके भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू होने और आगामी चुनावों में कांग्रेसी सरकार बनने के ऐलान पर उपस्थित लोगों ने नारों से आसमान गुंजा दिया। हुड्डा ने साफ कर दिया कि इनेलो की अंतर्कलह उनकी पारिवारिक जंग है और इनेलो नेताओं का जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले कर हुड्डा ने जता दिया कि भाजपा सरकार उनपर जितने मर्जी झूठे मुकदमे बनवा दे पर वे डगर से हिलने वाले नहीं हैं और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक रुकने वाले नहीं हैं।
जनक्रांति यात्रा में भारी संख्या में आये लोगों के बारे में राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि जनता के हुड्डा के प्रति लगाव की बड़ी वजह ये भी है कि उन्होंने अपने 10 साल के शासनकाल में कई ऐसी जनकल्याणकारी कामों को अमलीजामा पहनाया जिसे कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया था। जिसमें किसानों की कर्ज माफी, ट्यूबवेलों के 1600 करोड़ के बकाया बिलों की माफी, कर्ज अदायगी ना कर पाने पर किसानों की गिरफ्तारी पर रोक, शिक्षा के क्षेत्र में 12 विश्वविधालय, 5 मेडिकल कॉलेज, गरीबों के लिए 4 लाख 100-100 गज के प्लॉट, 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ना, 4 रेलवे लाइन मंजूर करवाने समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ नंबरदार और चौकीदारों को मानदेय प्रमुख हैं। जनक्रांति यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने जब अपना भविष्य का रोड मैप लोगों के सामने रख प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों, पिछड़ों के कर्जे माफ करने, बुढापा पेंशन तीन हजार माहवार करने, आधे दामों पर पूरी बिजली, बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी के लिए आवेदन निःशुल्क करने की घोषणा की तो लोगों ने जोरदार नारों और तालियों से उनका अभिवादन किया। जो इस बात का साफ संकेत था कि जनता उनकी बातों पर कितना विश्वास करती है। इस सफल आयोजन ने पार्टी को संजीवनी देने का काम किया है।
जहां तक कांग्रेसी नेताओं का सवाल है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शुमार हैं और पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। वे किसानों के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं इसीलिए पार्टी उनकी सेवाएं दूसरे राज्यों में लेती रही है। बरवाला के मंच से हुड्डा ने कांग्रेसजनों से राजस्थान के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बढ़ चढ़ कर प्रचार प्रसार करने का आह्वान किया। उन्होंने संदेश दिया कि राजस्थान के चुनाव परिणामों का हरियाणा की राजनीति पर दूरगामी असर पड़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को अपने सांसद पुत्र दीपेन्द्र सिंह हुड्डा का भी बखूबी साथ मिल रहा है। अपने सादगी भरे व्यवहार से उन्होंने आज प्रदेश के युवाओं समेत हर वर्ग में अपनी खास पहचान बना ली है। जनक्रांति यात्राओं की कमान संभाल दीपेंद्र हुड्डा ने अपने राजनैतिक कौशल और दक्षता का बेहतरीन परिचय दिया है। भाजपा और इनेलो पर उनके तीखे हमलों की आज चहुं ओर चर्चा हो रही है।
ये तो भविष्य के गर्भ में है कि हरियाणा में राजनीति किस करवट बैठेगी और आगामी चुनावों में किस पार्टी का परचम फहराएगा, पर अगर कार्यक्रमों में आई भीड़ को पैमाना माना जाए तो आज भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का कोई सानी नहीं है। प्रदेश के लगभग हर हिस्से में जनक्रान्ति यात्रा घूम चुकी है और उन्हें सब जगह भरपूर समर्थन मिला है। इससे तय हो गया है कि हुड्डा आज प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता हैं। राजनैतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी को हुड्डा को अब हरियाणा में अपना खेवनहार बनाना ही होगा।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!