पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के स्कूलों का नाम बदलकर स्कूलों के इस्लामीकरण की जो साजिश सामने आई थी, अंदरखाने वह अभी भी जारी है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले का है जहाँ के एक सरकारी स्कूल में उर्दू शिक्षक की ओर से बच्चों को ‘नमस्ते’ की जगह ‘सलाम वालेकुम’ बोलने का फरमान सुना दिया गया है. उर्दू शिक्षक के इस तुगलकी फरमान से गुस्साए छात्रों के परिजनों ने जमकर हंगामा काटा तथा आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्यवाई की मांग की. परिजनों की मांग पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी शिक्षक को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है.
मीडिया सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के सण्डीला विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर में उर्दू शिक्षक मोहम्मद इश्तियाक ने बच्चों ‘नमस्ते’ न करके ‘सलाम वालेकुम’ करने का दबाव बनाया. वहीं शिक्षक द्वारा सिखाये गए ‘सलाम वालेकुम’ को जब बच्चों ने अपने घर में भी किया तो परिजन हैरत में पड़ गए और विद्यालय के दूसरे बच्चों से पूछा तो पता चला कि यह सब मोहम्मद इश्तियाक का सिखाया हुआ है. आक्रोशित परिजनों ने विद्यालय पहुंचकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ जमकर हंगामा किया. इस विरोध प्रदर्शन में उन्हें बजरंग दल के लोगों का साथ भी मिला.
मामला बढ़ता देख विद्यालय में हंगामा कर रहे परिजनों और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को प्रभारी प्रिंसिपल अनीता ने किसी तरह समझा बुझाकर उर्दू शिक्षक से माफी मंगवाने के साथ ही आगे से ऐसा न करने की हिदायत देकर मामला शांत कराया. इस मामले पर बीएसए हेमंत राव का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है. उर्दू शिक्षक को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है, साथ ही विभागीय कार्रवाई भी कराई जा रही है. जांच में जो भी निकल कर सामने आएगा उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.