Friday, January 3
पंचकूला, 26 नवंबर:
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चालू सीजन रबी 2018-19 में जिला के पांच फसलों को इस योजना में शामिल किया गया है, जिनमें गेंहू, चना, जौ, सरसों व सूरजमुखी शामिल है, जिनकी प्रीमियम राशि प्रति हेक्टेयर क्रमश: 997.50 रुपये, 442.50 रुपये, 607.50 रुपये, 570 व 585 रुपये निर्धारित की गई है। बीमित राशि क्रमश: 66500, 29500, 40500, 38000 व 39000 रुपये दी जायेगी।
उपायुक्त श्री मुकुल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल योजना ने स्थानीय आपदाओं में ओलावृष्टि, जलभराव व भू संख्लन के अलावा बादल के फटने व प्राकृतिक कारणों से लगी आग को शामिल किया गया है। चालू सीजन में जंगली पशुओं द्वारा खेत में किये गये नुकसान के लिये निर्धारित प्रीमियम के अतिरिक्त राशि देने पर निर्धारित फसल का भी बीमा शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गई है, जिन किसानों ने कृषि ऋण नहीं लिया, वे किसान अपने नजदीकी बैंक या कॉमन सर्विस सेंटर से संपर्क करें। अपनी निर्धारित फसल का बीमा करवा  सकते है। इसके लिये कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा इस योजना का प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस सीजन में स्थानीय आपदाओं से हुये नुकसान की सूचना 72 घंटे की गई है, जिसमें किसान अपनी फसल के हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी सकते है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फसल में हुये नुकसान की भरपाई के लिये सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है।
उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरूआत खरीफ सीजन 2016 में की गई थी, जिसमें 688 किसानों को 42 लाख रुपये के नुकसान की क्षतिपूर्ति की गई। मुख्यमंत्री ने स्वयं जिला के गांव नोल्टा के किसान राजेंद्र सिंह को 33 हजार 860 रुपये का चैक दिया। इसी प्रकार रबी 2016-17 में 434 किसानों को 38 लाख रुपये व खरीफ 2017 में 453 किसानों को 24.66 लाख रुपये के हुये नुकसान की क्षतिपूर्ति की गई। चालू सीजन रबी में पांच फसलों को शमिल किया गया है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुये कहा कि वे अपनी फसलों का निर्धारित अवधि में बीमा करवाये।