Friday, January 3


कांग्रेस की तरफ से सिखों के प्रति हमदर्दी भरा बान तब आया है जब 1984 के सिख नरसनहार के आरोपी सज्जन कुमार को एक प्रत्यक्षदर्शी ने पहचाना है। 


चण्डीगढ़ 17 नवम्बर 2018:

हरियाणा के पूर्व मुख्य मन्त्री भूपेन्द्र सिह हुड्डा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर सिख इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने और गलत ढ़ंग से पेश करने पर सख्त ऐतराज जताया है। सिख धर्म के इतिहास का हरियाणा के साथ बहुत ही गहरा सम्बंध है और प्रदेश सिखों के इतिहास के बहुत सारे सुनहरी पन्ने संजोय हुए है। सिख धर्म के 10 गुरू साहिबानों ने हरियाणा की धरती को अपने पवित्र चरण कमलों से कृतार्थ किया है। पर भाजपा सरकार सिख धर्म के इतिहास के अन्दर सीधी दखलंदाजी कर रही है। सरकार वीर योद्धा बाबा बन्दा सिंह बहादुर बारे सिखों की भावना से खिलवाड़ कर रही है। जिसे किसी भी दृष्टि से उचित नहीं कहा जा सकता।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत में एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बाबा बन्दा सिंह बहादुर का नाम बदल कर गलत मिसाल पेश की है। खेद की बात यह है कि मुख्यमंत्री ने सिख समुदाय के तीखे विरोध को नजर अंदाज किया। बाद में सिखों के एक प्रतिनीधिमंडल को मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया कि पानीपत में की गई सारी घोषणाएं बाबा बन्दा सिंह बहादुर के नाम होंगी। परन्तु मुख्यमंत्री बाद में अपनी बात से मुकर गए। इससे सिख इतिहास धुमिल हुआ है, क्योंकि सिख इतिहास के दस्तावेजों में किसी और का नाम नहीं बल्कि केवल बाबा बन्दा सिंह बहादुर का नाम ही आया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही उनको सिखों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधीमंडल मिला और इस विषय में पूरी जानकारी दी। सरकार के मुखिया को अपना वचन निभाना चाहिए।

हुड्डा ने कहा कि जैसाकि भाजपा ने मिलकर हरियाणा में दूसरी बिरादरियों का आपसी भाईचारा खराब किया है, कुछ वैसा ही अब साम्प्रदायिकता फैला कर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास हो रहा है। कांग्रेस पार्टी भाजपा की इस विघटनकारी नीति की घोर निंदा करती है। सरकार का यह काम नहीं है कि वह चुनावी लाभ के लिए प्रदेश के भाईचारे को खराब करे। मेरा सरकार से आग्रह है कि वो सिख समुदाय से किये अपने वायदे को निभाये।