Thursday, March 13


सिख फॉर जस्टिस ने जनरल रावत को कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है

जन॰ रावत ने हाल ही में अपने ब्यान में कहा था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी


खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप सिख फॉर जस्टिस ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के पंजाब में माहौल बिगाड़ने वाले बयान पर बड़ी धमकी दी है. खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने जनरल रावत को रेफरेंडम 20-20 से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने हाल ही में बयान दिया था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी. वह भारत में आंतरिक सुरक्षा की बदलती रूपरेखा: रुझान और प्रतिक्रियाएं विषय पर आयोजित एक सेमिनार में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, रक्षा विशेषज्ञों, सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को संबोधित कर रहे थे.

इस कार्यक्रम में जनरल रावत ने कहा कि असम में विद्रोह को पुनर्जीवित करने के लिए बाहरी संबंधों और बाहरी उकसावे के माध्यम से फिर से प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा,पंजाब शांतिपूर्ण रहा है लेकिन इन बाहरी संबंधों के कारण राज्य में उग्रवाद को फिर से पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. हमें बहुत सावधान रहना होगा.