Thursday, December 26
खबर ओर फोटो कमल कलसी
पंचकूला, 3 नवबर:
गुडग़ांव में हुडा को एफएआर से मिलने वाले राजस्व में करोड़ों का घोटला। विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
आज यहां प्रेस  वार्ता में अरुण अग्रवाल ने पंचकूला में आरोप लगाया कि हुडा के मुख्य प्रशासक जेे गणेशन गुडग़ांव के संपदा अधिकारी भारत भूषण गोगिया हुड़ा के प्रशासक चंद्रशेखर खरे ने मिलकर सरकार के आठ करोड़ के ’यादा के राजस्व का घोटाला किया है। जिसमें हुडा को मिलने वाला राजस्व नहीं मिला।
क्या है पूरा मामला
अक्षित प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड प्लाट नंबर 20 सेक्टर 18 एरिया 13519 स्कवायर मीटर के मालिक का एफएआर 125 प्रतिशत से 250 प्रतिशत बढााने में लगभग आठ करोड़ से ’यादा का सरकार के राजस्व का नुकसान किया गया है।
घोटाले को अंजाम देने के लिए एक ही दिन में 2 मई 2018 को संपदा अधिकारी भारत भूषण गोगिया द्वारा सारा काम करके उक्त  पार्टी का एफएआर बढ़ा दिया गया और दिनांक 2-8-2018 को अधिकारी गोगिया ने अक्षित प्रापर्टी को पत्र लिखकर एफएआर बढााने की मंजूुरी दे दी।
मंजुरी पत्र के अनुसार पार्टी से 32 करोड़ 44 लाख 56 हजार की डिमांड कर दी। जो कि प्लाट मालिक से प्रार्थना पत्र लेकर और कंपनी द्वारा ही एफएआर की केलकुलेशन करा कर उपरोक्त राशि 32 करोड़ 44 लाख 56 हजार की मांग कराई गई।
 स”ााई यह है कि हुडा के अधिकारियों द्वारा फाइल पर एफएआर की केलकुलेशन 40 करोड़ 55 लाख 70 हजार रुपए बनती है। ऐसे में क्या वजह हुई कि प्राइवेट प्रार्टी की बात को मान लिया गया और सबको नजरअंदाज करते हुए एक ही दिन में 2 मई 2018 को प्लाट फाइल की नोटिंग के अनुसार मुख्य प्रशासक जे गणेशन आईएएस की मंजूुरी से प्लाट मालिक को इसी दिन पत्र जारी कर दिया गया।
साथ में कागजों की खानापूर्ति करते हुए पार्टी से यह लिखवा लिया गया कि अगर भविष्य में यदि कोई एफएआर की डिमांड बढती है तो वह पार्र्टी को जमा कराना होगा। और इस करोड़ों रुपए के सरकारी नुकसान में से मोटी मिलीभगत करके जो करोड़ों रुपए डकारे हैं अपने बचाव के लिए अधिकारी भारत भूषण गोगिया ने एक हल्फनामा उपरोक्त कंपनी से खानापूर्ति के लिए ले लिया जबकि हल्फनामा व्यक्ति विशेष के ना्म से तैयार होता है न कि किसी कंपनी के नाम से।
इस मामले में 2 मई 2018 को हुडा प्रशासक गुडग़ांव चद्रशेखर खरे के संज्ञान में पत्र लिखकर 2 मई 2018 को ही संपदा अधिकारी गोगिया द्वारा ला दिया गया। लेकिन मिलीभगत होने के कारण इस मामले में 2 मई 2018 से कोई कार्रवाई हुडा प्रशासक चंद्रशेख खरे  द्वारा नहीं की गई।
अरुण अग्रवाल ने आज यहां पत्रकार वार्ता में मांग की कि एक तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जीरो टोलरेंस क्प्शन की दुहाई देते हैं लेकिन उनकी नाक तले हरियाणा सरकार की सर्विस रुल्स के मुताबिक कोई भी अधिकारी अपने गृह जिले में पब्लिक डिलिंग का पोस्टिंग नहीं ले सकता लेकिन गोगिया पिछले तीन साल से गुडग़ांव में संपदा अधकारी है जो उनका गृह जिला है।
सर्विस रुल्स की कापी दिखाते हुए अरुण अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री और सर्विस रुल्स की अवमानना करते हुए कुछ उ”ााधिकारी उनके जीरो टोलरेंस क्प्शन को ठेंगा  दिखा रहे हैं। क्योंकि मुख्यमंत्री की एक ट्रांस्फर आर्डर पर गुडग़ांव के एक बाबू जो कि हुडा के प्रशासक का पीए है उसको आज तक रिलिव नहीं किया गया ्क्योंकि अतुल नाम का यह  पीए गुडग़ांव प्राशसक हुडा का चहेता बाबू है। जो उनके इशारे पर क्पप्शन के पैसों से प्रापर्टी डिलिंग का काम करता है जो कि पूरे गुडग़ांव में कुख्यात है।
 गोगिया के तबादले के लिए समाजसेवी श्री मदनलाल सिंगला ने पिछले माह की 18 तारीख को सर्विस रुल्स े साथ अधिकारियों को मुख्यमंत्री दफ्तर को ई मेल किया था। मुूख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद भी आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अरुण अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में सभी संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा् दर्ज करके मामले की न्यायिक जांच कारी जाए। और दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों को सजा दिलाई जाए। सरकार के करोड़ों रुपए की रिकवरीी करा कर सरकार के खजाने में जमा कराई जाए। जांच के दौरान इन अधिकरियों का तबादला कहीं दूर किया जाए जिससे जांच प्रभावित न हो।
हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि अपनी विश्वसनीयता कायम रखते हुए इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और दोषी अधिकरी को बख्शा न जाए। अगर हमारी यह मांग मंजूर नहीं की गई तो रा’य् स्तर पर आंदोलन
चलाने पर मजबूर होना पड़ेगा।