Friday, December 27
 कमल कलसी, प्ंचकूला 29 अक्तूबर:
केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों को खुशहाल एवं समृद्ध बनाने के लिए प्रयासरत है। किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी में दो गुणा तक की रिकॉड बढ़ौतरी की जा रही है।
विधायक एवं मुख्य सचेतक श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने का निर्णय लिया गया है। इसी कड़ी में लगातार किसानों की फसलों के दाम बढ़ाए गए है। उन्होंने बताया कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन वर्ष 2014 मे 1450 रुपये प्रति क्ंिवटल था, जिसे अब बढ़ाकर 1840 रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार चने का भाव 4620 रुपये, सरसों का 4200 रुपये तथा धान ग्रेड ए का भाव 1770 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मक्का का भाव 1700 रुपये जबकि बाजरे का भाव 1950 रुपये तथा ज्वार का भाव 2430 रुपये एवं गन्ने का सबसे अधिक 330 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है। इसी प्रकार कपास का भाव 5450 रुपये, मंूग 6975 रुपये, मुंगफली का भाव 4890 रुपये तथा सुरजमुखी का भाव 5388 रुपये प्रदान किया जा रहा है।
विधायक ने बताया कि किसानों की फसलों को सुरक्षित एंव जोखिम मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भावान्तर भरपाई योजना चलाई जा रही है। प्रधानमंत्री बीमा योजना ने हर किसान को जोखिम फ्री करने का कार्य किया है। प्राकृतिक आपदा से खराब फसल का भारी भरकम 12 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा रहा है। भावान्तर भरपाई योजना से सब्जी उगाने वाले किसानों को जबरदस्त लाभ प्राप्त हो रहा है। टमाटर तथा आलु के 400 रुपये एंव प्याज व फुलगोभी के 500 रुपये प्रति क्विंटल भाव तय किए गए है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहली बार 565 किसानों को भाव के अंतर की 12 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया।
उन्होंने बताया कि सरकार ने कृषि विभाग के बजट आंबटन में रिकॉड बढ़ौतरी करके किसानों की खुशहाली के द्वार खोले हैं। कृषि के लिए 18.49 करोड़ रुपये का प्रावधान करके पहली बार कृषि योजनाओं को आम आदमी तक पहुंच बनाई है। इन योजनाओं का लाभ सीधा किसानों को मिले इसके लिए डिजिटलाईजेशन के तहत सबसिडी दी गई है।