राफेल डील की जांच करने वाले थे आलोक वर्मा, इसलिए मोदी ने छुट्टी पर भेजा: सुरजेवाला
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अस्थाना जिन मामलों कि जांच कर रहे थे उनमे अगुसता वेस्टलैंड, कोला घोटाला, कार्तिचिदंब्रम, ममता बनर्जी से जुड़े कुछ मामलों, विजय मल्ल्या, मोइन कुरैशी। अस्थाना पर आलोक वर्मा ने घूसख़ोरी के आरोप लगाए।
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सीवीसी की अनुशंसा पर सीबीआई निदेशक को हटाया गया लेकिन राहुल गांधी को अंदर की बात पता चल गयी की बिना एफ़आईआर, बिना शिकायत के सीबीआई नेदेशक आलोक वर्मा राफेल दिल की जांच में दिलचस्पी दिखा रहे थे इसीलिए उन्हे पद से हटा दिया गया।
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सुरजेवाला की बुद्धि भी राहुल गांधी से मेल खाती है, उनके पास आलोक वर्मा की चिट्ठी है जिसमें उन्होने बताया कि वह राफेल दिल की जांच करने वाले थे ओर बाकी खुलासे वह सर्वोंच्च नयायालय में करेंगे कि वह किन – किन घोटालों की जांच देख रहे थे।
देश की सर्वोच्च एजेंसी सीबीआई में अभी घमासान मचा हुआ है. मामला कोर्ट तक पहुंच गया है. सीबीआई के शीर्ष दो अधिकारियों की लड़ाई के बीच में सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा. सरकार ने दोनों अधिकारियों को पद से हटा दिया है. सरकार के इस फैसले के कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और इस पूरे मामले को राफेल डील से जोड़ दिया.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार ने राफेल मामले में जांच करने की आलोक वर्मा की इच्छा के चलते पद से हटाया है?
उन्होंने कहा, आलोक वर्मा राफेल डील की जांच शुरू करने वाले थे इसलिए उन्हें हटा दिया गया और उनके अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया. सुरजेवाला ने दावा किया कि आलोक वर्मा नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या मामले में सख्ती बरत रहे थे. इसलिए मोदी सरकार ने उन्हें हटा दिया.
सुरजेवाला सिर्फ यहीं तक नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीबीआई की आजादी में आखिरी कील ठोंक दी है. सीबीआई की बदनामी अब पूरी हो गई है. एक वक्त की शानदार जांच एजेंसी, जिसकी अखंडता, विश्वसनीयता और दृड़ता खत्म करने का काम प्रधानमंत्री ने किया है.
सिर्फ कांग्रेस ही नहीं आम आदमी पार्टी को भी राफेल और सीबीआई के अधिकारियों को हटाने में कोई संबंध नजर आ रहा है. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, क्या राफेल डील और आलोक वर्मा के हटाने के बीच कोई संबंध है. केजरीवाल ने पूछा, क्या आलोक वर्मा राफेल डील की जांच शुरू करने वाले थे जो आगे चलकर मोदी जी के लिए समस्या खड़ी कर सकता था.
वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, सीबीआई निदेशक को जबरन छुट्टी पर भेजकर, सीबीआई मुख्यालय में छापा कौन डलवा रहा है? सुना है ‘राफेल-डील’ पर जांच शुरू करने जा रहे थे छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक. उन्हें हटाकर रफेल से जुड़े कागज़ तलाशे जा रहे है क्या?
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