Monday, December 23


अगर सरकार चाहे तो हड़ताल खत्म करवाने को विपक्ष की ले सकती है मदद: योगेश्वर 

बोले आज प्रदेश का हर कर्मचारी वर्ग सरकार से नाराज तो किसान भी है परेशान आमजन की बढ़ रही है दिन- प्रतिदिन दिक्कत


पंचकूला,23 अक्तूबर

योगेश्वर शर्मा के बयान से यह ज़ाहिर होता है मानो प्रदेश में चल रही हड़ताल विपक्ष के इशारे ही से कि गयी है, इस बयान के माने निकाले जाएँ तो यही सामने आता है कि प्रदेश भर में जो हड़तालों का दौर चल रहा है वह आआपा ओर विपक्ष की देन हैं।  

आम आदमी पार्टी का कहना है कि हरियाणा सरकार का कर्मचारियों की मांगों के प्रति तानाशाहीपूर्ण रवैया प्रदेश में आराजगकता का माहौल पैदा कर रहा है। पार्टी का कहना है कि विभिन्न कर्मचारियों की इन दिनों चल रही यह नारजगी इस सरकार को ले बैठेगी। मगर अभी तो आमजन को इसका खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। फिर चाहे वह हरियाणा परिवहन विभाग के कर्मचारियों  की चल रही चक्का जाम हड़ताल हो, या फिर विभिन्न शिक्षिकों की हड़ताल हो। पार्टी का कहना है कि सरकार को अपना अडिय़ल रवैया छोडक़र कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्ण विचार कर इस हड़ताल को तत्काल खत्म करवाना चाहिए। दूसरी ओर प्रदेश का किसान वर्ग भी अपनी खराब हुई फस्लों का मुआबजा न मिलने तथा फस्ल की उचित दाम पर खरीद न होने के कारण सरकार से नाराज चल रहा है।

आज यहां जारी एक ब्यान में आआपा के अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व कर्मचारियों से बड़े बड़े वायदे कर उनके भी मतों से सत्ता में आने वाली भारतीय जनता पार्टी अब अपने वायदों से मुकर रही है। जिस कारण विभिन्न कर्मचारियों को हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।  उन्होंने कहा कि सरकार नई बसें खरीदे व कर्मचारियों की किलोमीटर स्कीम रद्द करने की माँग माने क्योंकि परिवहन कर्मियों की हड़ताल लंबे समय तक चलना विभाग व जनहित में नहीं है। सरकार को कर्मचारी नेताओं के साथ साथ आमजन को पेश आ रही दिक्कतों को भी समझना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारी नेताओं की यह मांग कि किलोमीटर स्कीम एक घोटाला है, अत: इसकी भी उचित जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आए। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मियों पर एस्मा लगाना व उनको नौकरयिों से निकालना भी उचित नहीं है,क्योंकि इससे रार कम नहीं होगी बल्कि लड़ाई ज्यादा बढ़ेगी। योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री इधर उधर मदद के लिए हाथ फैलाते हुए कभी पंजाब तो कभी उत्तरप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से बसें चलाने के लिए मदद मांग रहे हैं मगर अपने प्रदेश के कर्मियों की सही बात भी सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में सरकार व कर्मचारियों के बीच और खाई बढ़ेगी। क्योंकि उनकी मदद को और भी कर्मचारी संगठन आगे आने शुरु हो गये हैं। आआपा के अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि कर्मचारी संगठनों को सरकार पर भरोसा नहीं है तो वह विपक्षी नेताओं की मदद ले सकती है ताकि बातचीत से हड़ताल को खत्म करने का कोई रास्ता निकाला जा सके।