पाकिस्तान सेना की वर्दी पहने दो आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए. इसके बाद भारतीय सेना ने पाक सेना को चेता दिया है
हथियारों से लैस दो पाकिस्तानी घुसपैठियों की मुठभेड़ में मौत के भारतीय सेना ने पाकिस्तान को सख्त शब्दों में चेतावनी दी है कि अपनी सरजमीं से चलने वाले आतंकवादियों को वह काबू में रखे. एक दिन पहले ही भारतीय सेना कुलगाम में दो आतंकियों को मार गिराया था.
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पाकिस्तान से दोनों पाकिस्तानी घुसपैठियों के शव भी ले जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी सेना को स्थापित संचार माध्यमों से सूचित किया गया है कि वह शत्रु पाकिस्तानी नागरिकों के शव ले जाए. पाकिस्तानी सेना को अपनी सरजमीं से चल रहे आतंकवादियों को काबू में रखने के लिए एक सख्त चेतावनी भेजी गई है.’
पांच से छह पाकिस्तानी सशस्त्र घुसपैठियों ने राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पार कर सेना के गश्ती दल पर गोलीबारी की. इस गोलाबारी में जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंटरी नौशेरा (राजौरी) के तीन सैनिक- हवलदार कौशल कुमार, डोडा के लांस नाइक रणजीत सिंह और पल्लांवाला (जम्मू) के रजत कुमार बासन- शहीद हो गए और सांबा के राइफलमैन राकेश कुमार घायल हो गए.
दोनों तरफ से गोलीबारी के दौरान सेना की वर्दी पहने दो घुसपैठिए मारे गए. माना जाता है कि वे पाकिस्तानी ‘बॉर्डर ऐक्शन टीम’ के सदस्य थे. लेकिन उनकी शिनाख्त सुनिश्चित नहीं की जा सकी.
पाक के आग्रह पर डीजीएमओ स्तर की मीटिंग हुई थी:
अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के आग्रह पर 29 मई को सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर की वार्ता हुई थी और तब से सरहद पार से उकसावे की हरकतों के बावजूद संघर्षविराम का पालन करने के लिए भारतीय सेना पूरा संयम बरत रही थी. उन्होंने बताया कि 30 मई से ले कर अब तक भारतीय सेना ने घुसपैठ की सात कोशिशें नाकाम कीं, जिनमें 23 आतंकवादी मारे गए.