सुरक्षाबलों को यहां कुछ आतंकियों के छुप होने की खबर मिली थी. ऐस में जब सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो वहां छुपे आतंकियों ने उनपर हमला बोल दिया
रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद हुए एक रहस्यमयी विस्फोट में छह नागरिक और तीन आतंकवादी मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए. दक्षिण कश्मीर जिले के कुलगाम जिले में दोनों घटनाएं हुईं. आईजीपी कश्मीर एस पी पानी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद हुए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई है.
उन्होंने बताया, ‘लोग मुठभेड़ की जगह पर जा रहे थे तभी रहस्यमयी तरीके से वहां एक बम विस्फोट हुआ. इसी विस्फोट से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ.’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘लोगों ने पुलिस की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया. हमने बार-बार उनसे कहा है कि मुठभेड़ की जगह के आस-पास इकट्ठा न हों.’
4 घायलों को श्रीनगर रेफर किया गया:
इसके पहले पुलिस ने तीन आतंकियों और सेना के बीच चल रहे मुठभेड़ का विरोध करने वाले युवाओं पर पुलिस ने आंसू के गोले और छर्रों चलाए. कुलगाम के लारो गांव में छः घंटे चली इस मुठभेड़ में सभी तीन आतंकवादी मारे गए थे. एक अधिकारी ने कहा कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया जिसमें से चार को श्रीनगर शिफ्ट कर दिया गया. अनंतनाग अस्पताल के मेडिकल अधीक्षक डॉ अब्दुल मजीद मेहराब ने बताया कि 11 घायल व्यक्ति यहां लाए गए थे. उनमें से तीन को विशेष उपचार के लिए श्रीनगर शिफ्ट कर दिया गया.
मृत नागरिकों की पहचान लारो के मोहम्मद मकबूल लॉय के पुत्र उबैद लॉय, उजैर अहमद, मंसूर अहमद और तालिब मकबूल. डेनू बोगुंड के ताजमुल अहमद और शूरत के इरशाद अहमद के रूप में की गई है. एक किशोर लड़के की अभी तक पहचाना नहीं हो पाई है. तालिब, ताजमूल और इरशाद की मौत मुठभेड़ की जगह पर हुए विस्फोट में हुई. जबकि दो अन्य- उजैर और मंसूर की मौत एसएमएचएस अस्पताल में हुई.