Sunday, December 22

रावण दहन कार्यक्रम में भगदड़, मरने वालों की संख्या 50 के ऊपर, मृतकों में बच्चे भी शामिल

पंजाब सरकार का ऐलान, मृतकों के परिजनों को पांच लाख, घायलों का होगा फ्री इलाज, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह घटनास्थल पर रवाना

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस्राइल दौरा किया रदद्

अमृतसर:

दशहरा के अवसर पर जहां लोग रावण दहन देखने के लिए दूर-दूर से जोड़ा फाटक के पास पहुंच रहे थे, वहीं पर एक बड़ा ट्रेन हादसा होने से करीब 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। हालांकि अपुष्ट समाचारों के अनुसार मृतकों की संख्या सैकड़ों तक बताई जा रही है। ताजा मिले समाचारों के अनुसार अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास दशहरा उत्सव मनाया जा रहा था, जिस समय पुतलों को आग लगाई गई, तो मौके पर मची भगदड़ के बीच लोग रेलवे ट्रैक पर आ गए। इसी बीच रेलगाड़ी आ गई, जिस कारण सैकड़ों लोग रेलगाड़ी की चपेट में आ गए। आशंका जताई जा रही है, इस हादसे में 200 के करीब लोग मारे गए हैं। लेकिन फिलहाल अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हावड़ा मेल और एक डीएमयू ट्रेन के एकाएक आने से ये हादसा हुआ।

मौके पर रेलवे के आलाधिकारी पुलिसबल के साथ पहुंच चुके है। बचाव कार्य जारी है। घायलों को 108 एंबुलेस के जरिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन पठानकोट से अमृतसर आ रही थी। वहीं रेलवे के आलाधिकारी एनडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर राहत बचावकार्य शुरू कर दिया है।

भगदड़ उस समय मची जब दशहरा कार्यक्रम के दौरान रावण का अधजला रावण पुतला नीचे गिर गया। इससे बचने के लिए वहां लोगों में भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान बचने के लिए रेलवे ट्रेक की तरफ भागे, लेकिन इसी दौरान सामने से आ रही ट्रेन भीड़ पर चढ़ गई, जब तक लोग संभल पाते तब तक ट्रेन कई लोगों को काल का ग्रास बना चुकी थी।

Indian Railways issues helpline numbers for the Amritsar train accident: Helpline telephone numbers are:

Amritsar Railway helpline number: 0183- 2223171 / 0183 2564485.

Manawala Railway station- 73325

BSNL – 0183-2440024

Power Cabin ASR-Rly – 72820

BSNL – 0183-2402927; Vijay Sahota

SSE: 7986897301

Vijay Patel (SSE): 7973657316

दिल्ली से भी रेलवे अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जबकि रेलवे ने हैल्पलाइन नंंबर भी जारी कर दिए हैं। घटनास्थल से हृदय विदारक तस्वीरें आ रही हैं, जिन्हें देखा नहीं जा सकता। रेलवे ट्रैक के आसपास लाशें बिखरी पड़ी हैं, जो हादसे भयावहता जाहिर करती हैं।