पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से डिजाइन किए गए पुतले को दशहरा पर जलाने से रोक दिया. इस पुतले में 16 सिर थे और इसके केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रतीकों को लगाया गया था.
कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली में अवैध कमर्शियल जगहों की सीलिंग पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए 50 फुट के पुतले को जलाना चाहते थे.
पुतले के 16 सिर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के अलावा केजरीवाल के कैबिनेट सहयोगियों और दिल्ली के सात बीजेपी सदस्यों के प्रतीक थे.
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने पुलिस कार्रवाई को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का ‘दमन और गला घोंटने वाला’ बताया. माकन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री हों या मुख्यमंत्री, अगर वे रावण की तरह काम करते हैं तो उनके पुतले जलाए जाएंगे.’
शाहदरा इलाके में श्यामलाल कॉलेज के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए जहां दिल्ली कांग्रेस के सदस्यों ने ‘रावण दहन’ का आयोजन किया था.
पार्टी नेताओं ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पुतले जलाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने हमारे विरोध के बावजूद इसे हटा दिया.
माकन ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार और दिल्ली में सत्तारूढ़ आप सीलिंग अभियान के कारण लोगों को हो रही समस्याओं का हल खोजने में पूरी तरह नाकाम रही हैं. उन्होंने कहा कि न्याय युद्ध जारी रहेगा.