Sunday, December 22


जब युवा थी तब मेरे साथ कुकृत्य किया गया तब मैं लाज और अपने करियर के डर से चुप थी, पर आज जब मैं कहीं भी नहीं हूँ और मुझे कहीं कोई शर्म या डर भी नहीं रहा तो मुझे एक विकल्प मिला #me too.

भेड़िया आया भेड़िया आया के शोर में असल पीड़ितों कि भी आवाज़ का मज़ाक बन जाएगा.


#MeToo कैंपेन के तहत हाल ही में एक अमेरिकी महिला पत्रकार समेत 10 महिला पत्रकारों ने पत्रकार से राजनेता बने पर छेड़छाड़ और यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद एमजे अकबर ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि वो यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे.

एमजे अकबर ने पहली बार #MeToo पर अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. वो पहले इस मामले में नहीं बोल पाया क्योंकि वो विदेश के दौरे पर थे.

एमजे अकबर का कहना है, ‘यह लहर आम चुनाव से ठीक पहले उठने की क्या वजह है. क्या यह कोई एजेंडा है? आप जज हैं. ये झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं ताकि मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा सके.’

एमजे अकबर ने कहा, ‘बिना सबूत के आरोप लगाना वायरल फीवर की तरह बढ़ रहा है. जो भी मामला हो, अब मैं लौट आया हूं. मेरे वकील इस बेबुनियाद मामले की जांच कर रहे हैं और मैं इसके खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा.’

एमजे अकबर का कहना है कि झूठ के पैर नहीं होते हैं लेकिन उनमें जहर होता है.

उन्होंने कहा कि प्रिया रमानी ने एक साल पहले एक मैगजीन में लेख लिखकर यह कैंपेन शुरू किया था. तब उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया था क्योंकि उन्हें पता था कि यह झूठी कहानी है. हाल ही में उनसे पूछा गया कि उन्होंने नाम क्यों नहीं लिया तो उन्होंने ट्वीट करके जवाब दिया था, ‘उनका नाम कभी इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्होंने कुछ किया ही नहीं है.’ अकबर का कहना है कि अगर उन्होंने कुछ नहीं किया तो ये कहानी क्या है ?