चंडीगढ़, 9 अक्टूबर
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कांग्रेस की केंद्रीय कोर कमेटी के सदस्य श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साढ़े चार साल में हरियाणा प्रदेश के लोगों को निराश किया है।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के हरियाणा दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा में चुनावी हार को सामने देख और जनता के भयंकर गुस्से से घबराए मोदी जी को आज हरियाणा के लोगों की याद तो आ गई, लेकिन आज भी विकास की बड़ी बड़ी बातें करने वाले जुमला सम्राट ने हरियाणा को झूठे और खोखले भाषण के अलावा कुछ नहीं दिया, जिससे जनता को भाजपा से एक बार फिर निराशा मिली है।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि सत्ता के दंभ में पिछले साढ़े चार सालों में प्रधानमन्त्री को हरियाणा की याद नहीं आयी, न उन्हें किसान याद आए, ना ही उन्हें अपने चुनावी वायदे याद आए, अब जब चुनाव सामने खड़े हैं और उनकी सत्ता से विदाई का समय निकट आ गया है तब भाजपा को जनता की याद आयी है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 4.5 साल के शासन में हरियाणा की निरंतर अनदेखी की, मोदी जी अपने शासन काल में हरियाणा को नए प्रोजेक्ट देना तो दूर, केन्द्र की पूर्व यूपीए सरकार द्वारा घोषित परियोजनाओं को भी ठंडे बस्ते में डाले रखा।
भाजपा नेताओं ने भीड़ इकठ्ठा करने के लिए प्रदेश की जनता को एकबार फिर सब्जबाग दिखाकर जो उम्मीदें लगवाई थी, वे भी मोदी जी के भाषण खत्म होने के साथ धूमिल हो गई हैं। आज मोदी जी ने हरियाणा के एक भी नई परियोजना ना देकर साबित कर दिया कि उन्हें हरियाणा की जनता के सरोकारों से कुछ लेना देना नही है।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि श्री मोदी के साँपला में भाषण के दौरान प्रदेश के लोगों का झोला ख़ाली रहा और वे ठन-ठन गोपाल बने रहे। सत्ता के आखरी साल में उन्हें मनमोहन सरकार द्वारा मंजूर सोनीपत की रेल कोच फ़ैक्टरी की बजाय केवल कोच रिपेयर फैक्ट्री दी गयी है, उन्होंने बिनोला(गुड़गाँव) की डिफ़ेन्स यूनिवर्सिटी और मानेठी(रेवाड़ी) के ऐम्स की बात भी नहीं की। उन्होंने याद दिलाया कि यूपीए सरकार द्वारा हरियाणा प्रदेश को महम-हांसी रेल लाइन, हिसार से सिरसा वाया अग्रोहा-फतेहाबाद तथा दिल्ली से अलवर वाया सोहना, नूंह व फिरोजपुर-झिरका रेलवे लाइन समेत अनेक परियोजनाएं दी थी लेकिन यूपीए की सरकार द्वारा मंजूर की गई इन योजनाओ को मोदी सरकार लगातार लटकाती रही जिससे हरियाणा 5 साल पीछे चला गया।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ना किसानों को कोई साथ दिया है, ना गरीब की पीड़ा की कोई बात की, ना युवाओं को रोजगार की कोई सौगात दी और सच्चाई ये है की बातें किसानों की और लाठियां उनकी छातियों पर, यही मोदी जी का रास्ता बन गया है। उन्होंने कहा की हरियाणा सरकार के मुताबिक़ बाजरा की फ़सल 3,40,910 हेक्टेयर में बोई गयी और 6,20,699 मेट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है। ऐसे में ₹1,950 के न्यनतम समर्थन मूल्य पर सिर्फ़ 1 लाख मेट्रिक टन ख़रीदेंगे और किसान को बाक़ी 5 लाख मेट्रिक टन ₹1,500 क्विंटल पर बेचने पर मजबूर होना पड़ेगा, पर ये जान लीजिए की हम हरियाणवी सब जानते हैं, पहचानते हैं और मौके पर हिसाब करना जरूर जानते है