पाकिस्तान ने 18 अंतर्राष्ट्रीय सहायता संगठनों को बंद करने के आदेश दिए है. जिससे देश के उन सबसे जरूरतमंद लोगों के सामने सहायता मिलने का खतरा पैदा हो गया है जिन्हें ये संगठन मदद उपलब्ध कराते थे. अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों ने यह जानकारी दी.
सरकार की एक सूची के अनुसार जिन सहायता समूहों को बंद करने के आदेश दिए गए है उनमें से ज्यादातर अमेरिका के है जबकि बाकी ब्रिटेन के है. सरकार के ताजा आदेश में जिन सहायता समूहों को बंद करने के आदेश दिए गए है उनमें वर्ल्ड विजन यूएस, कैथोलिक रिलीफ सर्विस यूएस, इंटरनेशनल रिलीफ और डेवल्पमेंट यूएस, एक्शनएड यूके और डेनिश रिफ्यूजी काउंसिल, डेनमार्क आदि हैं.
पाकिस्तान की नई सरकार से इस संबंध में कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं आया है और गृह मंत्रालय के जरिए जारी किए गए आदेश से सहायता समूहों को बंद किए जाने से संबंधित सवालों का कोई जवाब नहीं दिया गया है. सूचना मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया के लिए एपी के अनुरोधों का कोई जवाब नहीं दिया.
प्लान इंटरनेशनल के कंट्री निदेशक इमरान युसूफ शामी ने बताया कि संगठनों को अपना कामकाज समेटने के लिए 60 दिनों का समय दिया गया है. प्लान इंटरनेशनल को बताया गया कि उसके पंजीकरण से इनकार कर दिया गया है. इस संगठन का मुख्यालय ब्रिटेन में है और यह एक वैश्विक संगठन है जो शिक्षा और बच्चों के अधिकारों पर ध्यान केन्द्रित करता है. शामी ने कहा कि इन समूहों के बंद होने से पाकिस्तान के जरूरतमंद लोगों को ठेस पहुंचेंगी.