22 साल बाद हरियाणा में छार संघ चुनाव
अजय कुमार , पंचकुला Big Breaking….
हरियाणा के कालेजों व यूनिवर्सिटी में 15 अक्तूबर से पहले होंगे चुनाव- राम बिलास शर्मा
22 साल बाद हो रहें है हरियाणा में छात्र संघ के चुनाव- शर्मा
2016-17 से पहले खोले गए कालेजों में ही होंगे चुनाव- शिक्षा मंत्री
अप्रत्यक्ष रूप से होगी छात्र संघ के प्रधान का चुनाव-शर्मा
प्रोफेसर टंकेश्वर कमेटी की सिफारिशों के आधार पर होंगे चुनाव -शर्मा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल के मुलाकात करने के तुरंत बाद हरियाणा सरकार ने राज्य में 22 साल से बंद छात्र संघ के चुनाव बहाल करने का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में विद्यार्थियों से यह वादा किया था। सत्ता में आने के चार साल बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सितंबर के आखिर अथवा अक्टूबर के शुरू में छात्र संघ के चुनाव कराए जाएंगे
भाजपा ने सत्ता में आने के चार साल बाद किया चुनावी वादा पूरा
राज्य की छात्र राजनीति के कई सुखद पहलू हैैं तो दागदार पहलू भी कम नहींं। विश्वविद्यालयों और कालेजों के कैंपस युवाओं के खून से रंगे हैैं। करीब 12 छात्र नेताओं की हत्या और हर जिले में मुकदमेबाजी से आजिज तत्कालीन हविपा-भाजपा सरकार के मुखिया चौ. बंसीलाल ने १९९६ में छात्र संघ के चुनाव पर रोक लगा दी थी। तभी से छात्र राजनीति हाशिए पर है।
चुनाव का तरीका अभी तय नहीं, सीएम ने डीसी-एसपी को दिए निर्देश
इन 22सालों में कांग्रेस और इनेलो की सरकारें रहीं। दोनों पार्टियों के छात्र संगठन लगातार छात्र संघ चुनाव कराने की मांग करते रहे, लेकिन कोई पार्टी आज तक साहस नहीं जुटा पाई। भाजपा ने भी हालांकि हिम्मत कर अपना बड़ा चुनावी वादा पूरा किया है। अभी तक यह साफ नहीं किया गया कि चुनाव डायरेक्ट प्रणाली से होंगे अथवा मतदान के जरिये। सरकार के पास हिंसा से बचने के लिए ऑनलाइन सिस्टम के जरिये भी चुनाव कराने का विकल्प है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में छात्र संघ के चुनाव की तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैैं। उन्होंने डीसी-एसपी से कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव सरकार का पहला टारगेट है। सीएम ने डीसी व एसपी को संकेत दिया कि चुनाव सितंबर अथवा अक्टूबर में होंगे।
तीन कुलपति और एक रजिस्ट्रार की कमेटी ने सरकार के समक्ष सिफारिश की है कि कुछ विश्वविद्यालयों व कालेजों में आॅनलाइन चुनाव करा लिए जाएं। प्रयोग सफल रहा तो अगले सत्र से सभी कालेजों व विश्वविद्यालयों में आॅनलाइन ही चुनाव होंगे। इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला और एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा इसके हक में नहीं हैैं। दूसरी ओर, एबीवीपी के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजेंद्र धीमान ने डायरेक्ट चुनाव की पेशकश की है।
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