पंचकूला 25 सितंबर। पंचकूला के इन्द्रधनुष सभागार में 27 सितंबर को एशिया का सबसे बड़ा लोक कला उत्सव होगा जिसके लिए विदेशी मेहमान भी चंडीगढ पहुंच चुके हैं।
कार्यक्रम के समन्वयक व रीजनल डायरेक्टर गजेन्द्र फोगाट ने बताया कि कार्यक्रम में विदेशी कलाकार अपने अपने देश के लोक गीत व नृत्य प्रस्तुत करेंगें। इसमें हरियाणवी धमाल और गायन के साथ एशिया व यूरोप के अनेकेां देशों के लगभग 400 कलाकार भाग लेंगें। इन सभी कलाकारों का स्वागत ढोल नगाड़ों, तासे, बीन, तुम्बें, ढपली आदि वाद्ययंत्रों से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के आयेाजन के लिए कला एवं सांस्कृतिक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमति धीरा खण्डेलवाल, विभाग के निदेशक महेश्वर शर्मा, चण्डीगढ विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण निदेशक प्रो. अरविंद्र सिंह कंग व अतिरिक्त निदेशक मनीश जांगड़ा व रिदम के निदेशक श्रीमान कई दिनों से कार्यक्र्रम की सफलता के लिए प्रयत्नरत हैं।
गजेन्द्र फोगाट ने प्रदेश की नागरिकों का आहवान किया है कि वे बढचढ कर देश के इस पहले ऐतिहासिक समारोह में शामिल होकर विभिन्न देशों की अलग अलग लोक संस्कृतियों के साथ साथ हरियाणवी लोक संस्कृति का के मिश्रण का आनन्द उठाएं। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम प्रदेश सरकार द्वारा कला एंव सांस्कृतिक कार्य विभाग , चण्डीगढ विश्वविद्यालय व रीदम ग्रुप के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में जर्मनी, चीन, ब्राजील, रूस, ईटली, साउथ कोरिया, साउथ अफ्रिका, यूके्रन, थाईलेंण्ड, टरकी, कोलम्बिया, सिंगापुर, चेकगणराज्य समेत कई देशों के कलाकार लोक नृत्ययक व नृत्यकियां हिस्सा लेंगी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हरियाणवी लोक नृत्य धमाल की भी प्रस्तुति की जाएगी जिसमें हरियाणा के मंजे हुए कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निर्देशन में कार्यक्रम देंगें।