मोदी सरकार ने तीन मूर्ति भवन से जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल फंड (JNMF) को हटाने को लेकर नोटिस जारी किया है
मोदी सरकार ने तीन मूर्ति भवन से जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल फंड (JNMF) को हटाने को लेकर नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में जेएनएमएफ को 24 सितंबर तक हटाने की बात कही गई है. जेएनएमएफ नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) की इमारत से संचालित होता है और इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने जेएनएमएफ को 24 सितंबर तक बिल्डिंग खाली करने को कहा था. सरकार ने ये कदम एनएमएमएल और जेएनएमएफ को अलग-अलग करने की दिशा में उठाया है.
कब भेजा था नोटिस
आपको बता दें कि फंड 1964 में स्थापित किया गया था और ये 1967 से तीन मूर्ति भवन में है. वहीं सरकार की ओर से इसे खाली करने का नोटिस 11 सितंबर को दिया गया था. एनएमएमएल के डायरेक्टर शक्ति सिन्हा का कहना है कि हमें अपनी लाइब्रेरी बढ़ानी है, क्योंकि हमारे पास जगह कम है. हमें लगता है कि नॉन-लाइब्रेरी स्टाफ को शिफ्ट करने के लिए ये बेहतर जगह होगी. नई बिल्डिंग में अकाउंट्स और एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस होगा, जिससे लाइब्रेरी में आने वाले लोगों को अधिक जगह मिल सकेगी.
क्या है ऐसा करने की वजह
सिन्हा ने कहा कि लाइब्रेरी में बहुत भीड़ हो गई है और मुझे नहीं लगता यहां आने वाले लोगों को किताबे पढ़ने में मुश्किल हो रही है. एडमिनिस्ट्रेटिव डिविजन को बिल्डिंग से हटाया जाएगा. फंड के जरिए अलग-अलग छात्रों को रिसर्च फेलोशिप और स्कॉलरशिप दी जाती हैं. वहीं सिन्हा ने जून में हुई एनएमएमएल की एक में तीन मूर्ति भवन में जेएनएमएफ के अनाधिकृत कब्जे का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि एनएमएमएल में जगह की कमी है.