Saturday, December 21

 

पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ एडवाईडजर जारी, कहीं छात्रों की बस डूबी, कही मकान बहे, देश दुनिया से मनाली कटा, टे्रनों में पानी भरा, आवाजाही ठप्प

चंडीगढ़। उत्तरी भारत में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल व चंडीगढ़ में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आई तेज बारिश से कहीं पर स्कूली छात्रों की बस पानी में बह गई है कहीं पर मकान गिरने से कई लोग दब गए है जबकि हिमाचल में कई जगह पहाडिय़ां गिरने से आवाजाही ठप्प हो गई है। जबकि मनाली देश के अन्य भागों से कट गया है। इसी प्रकार घग्गर नदी का जहां जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं पर प्रशासन ने बाढ़ आपदा प्रबंधन को सतर्क कर दिया है। वहीं हरियाणा व पंजाब में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

इस बार बेहतर पैदावार की उम्मीद में बैठे किसानों के सपने टूट गए हैं। बारिश ने फसलों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। असमय हुई बारिश का धान, कपास और अन्य फसलों पर काफी बुरा असर हुआ है। किसानों ने बारिश सेे खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी कराकर मुआवजा देने की मांग की है।

हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त, भूस्खलन के चलते मार्ग हुआ अवरूद्ध…

शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीते 48 घंटे में झमाझम बारिश हो रही है। प्रदेश के बारह जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त है। सबसे अधिक बारिश सूबे के चंबा जिले में हुई है। जबकि सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू जिले में हुई है। यहां पर बस और ट्रक के अलावा कई वाहन बह गए हैं। आनी क्षेत्र में भूस्खलन के चलते आनी-शवाड-कराणा मार्ग हुआ अवरुद्ध है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे मंडी से लेकर मनाली तक कई जगह से बंद है। मंडी जिले में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। ओट के पास चंडीगढ़ मनाली हाईवे पर ब्यास नदी का पानी आने से इस हाईवे को बंद कर दिया गया है। वहीं, मंडी पंडोह और लारजी डैम के गेट खोले गए हैं। मंडी जिले में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। ओट के पास चंडीगढ़ मनाली हाईवे पर ब्यास नदी का पानी आने से इस हाईवे को बंद कर दिया गया है। वहीं, मंडी पंडोह और लारजी डैम के गेट खोले गए हैं।

चंबा में रावी नदी पूर उफान पर है। कई संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। भारी बारिश औऱ रावी नदी में बाढ़ के चलते उपायुक्त चंबा ने की इमरजेंसी बैठक की है। नवोदय स्कूल के बच्चों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। बालू पुल पर सब तरह के वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए बन्द किया है। भारी बारिश औऱ रावी नदी में बाढ़ के चलते उपायुक्त चंबा ने की इमरजेंसी बैठक की है। नवोदय स्कूल के बच्चों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। बालू पुल पर सब तरह के वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए बन्द किया है। चम्बा तीसा मार्ग राठ के पास भूस्खलन की वजह से बन्द हो गया है।

कांगड़ा में सल्ली गांव पूरी तरह से भूस्खलन की चपेट में आ गया हैं। 300 लोगों ने आधी रात को घरों से भाग कर अपनी जान बचाई है। भूस्खलन से एक गांव में 300 लोगों को देर रात रेस्क्यू किया गया है. मंत्री सरवीण चौधरीं गज खड्ड का जायजा लेने पहुंचीं हैं। साथ ही कांगड़ा के रजोल जायजा लिया है।सिरमौर जिले में भारी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिला में कई संपर्क में यातायात के लिए पूरी तरह से बाधित हैं। यहां सिरमौर में गिरी नदी में महिला के बहने की खबर है। कई स्थानों पर जान जोखिम में डालकर लोग सफर कर रहे हैं।

शिमला में बारिश की वजह से ठंड बढ़ गई है। यहां पारा लुढ़का है। शिमला के रामपुर, नारकंडा, कुमारसैन, सराहन ननखंडी में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश से जनजीवन सामान्य है। कहीं से किसी नुकसान की खबर नहीं है। एहतियातन के तौर पर सभी स्कूल कालेज बंद हैं।सोलन में बारिश की वजह से नालागढ़ में नुकसान हुआ है। यहां पर रामशहर मार्ग पर भूस्खलन हुआ है। शिलणु पुल के पास सड़क पर पहाड़ी से मलबा गिरा है। यहा मार्ग बीते 10 घंटों से बंद है। लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है।

किन्नौर जिले में भी आसमान से सितम का बरसना जारी है। जिले की पहाडयि़ों में पर बर्फबारी और निचली क्षेत्रों में बारिश हो रही है। कई स्थानों पर एनएच अवरूध है। साथ ही सेब तुडान प्रभावित हुआ है। ऊना में भी जमकर बारिश हो रही है। हालांकि, यहां पर स्कूल और कॉलेज सामान्य दिनों की तरह खुले हुए हैं।बिलासपुर में लगातार भारी वर्षा के चलते सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में 24 सितम्बर को जिलाधीश विवेक भाटिया ने अवकाश घोषित किया है। साथ ही आम जनता को नदियों और नालों के तट पर ना जाने की अपील की है।  लाहौल स्पीति के केलांग में डेढ़ फुट बर्फबारी हुई है। केलांग इस वजह से देश और दुनिया से कट गया है. यहां पर जगह-जगह बिजली के पोल गिरे हैं। इस कारण बिजली सप्लाई बाधित हुई