Saturday, December 21

 

चंडीगढ़ । 23 सितंबर :

बुलंद युवा परिवार जुलाना जींद द्वारा सिरसा के वरिष्ठ पत्रकार अमर शहीद रामचंद्र छत्रपति के शहादत दिवस पर छत्रपति अवॉर्ड 2018 का वार्षिक सम्मान समारोह चंडीगढ़ प्रेस क्लब आयोजित किया गया इस सम्मान समारोह में प्रमुख समाजसेवी रोहित दलाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि जिला अटार्नी मुख्य सचिव हरियाणा सरकार अमित परमार ,पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व संयुक्त सचिव दीपशिखा अरोड़ा, वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार नलिन आचार्य ने की समारोह में वर्ष 2018 का छत्रपति अवॉर्ड चंडीगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक को दिया गया। प्रोग्राम में प्रमुख वक्ता के रूप में पहुंचे रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंसुल छत्रपति, एडवोकेट लेखराज, पत्रकार नलिन आचार्य ने छत्रपति के जीवन पर प्रकाश डाला समारोह में कार्यक्रम के संयोजक रामभज शर्मा ने भी छत्रपति की पत्रकारों को निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करने का आवान किया प्रोग्राम के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम रामचंद्र छत्रपति की याद में हर साल दिया जाता है इसके साथ साथ सामाजिक व अलग अलग क्षेत्रो में कार्य करने वाले को सम्मानित किया जाता है।
साध्वी यौन शोषण मामले को उजागर करने वाले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की याद में शुरू किया गया ‘छत्रपति अवार्ड-2018’ वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक को दिया गया.तक्षक को सम्मान के तौर पर एक प्रशस्ति पत्र और शॉल भेंट किया गया. इस मौके पर छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि साध्वी यौन शोषण मामला सबसे पहले छत्रपति ने सिरसा से छपने वाले अपने दैनिक अखबार ‘पूरा सच’ में प्रकाशित किया था. सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की तरफ से इस तरह की ख़बरें छापे जाने पर छत्रपति को जान से मारने की धमकियां मिलीं, लेकिन उन्होंने धमकियां मिलने के बावजूद ख़बरें छापना बंद नहीं किया. कलम को धार देने की कीमत छत्रपति को अपनी जान दे कर चुकानी पड़ी. वर्ष 2002 में उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई.
साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम को पंचकूला सीबीआई कोर्ट से 10-10 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. इस समय बाबा रोहतक की सुनारियां जेल में सजा काट रहे हैं. छत्रपति की हत्या का मामला भी सीबीआई कोर्ट में विचाराधीन है. छत्रपति सम्मान समारोह में बोलते हुए उनके बेटे अंशुल छत्रपति ने उम्मीद जताई कि उन्हें अदालत से इन्साफ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन्साफ के लिए लड़ी जा इस लड़ाई में उन्हें बहुत-सी बाधाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन मेरा मानना है कि जीत आखिर इन्साफ की ही होती है. उन्होंने कहा कि छत्रपति के हत्यारों को उनके किये की सजा मिल कर रहेगी. इस लड़ाई में साथ देने के लिए उन्होंने चंडीगढ़ के मीडिया का दिल से आभार व्यक्त किया.
सम्मान समारोह में तक्षक ने कहा कि छत्रपति ने साध्वी यौन शोषण मामला उजागर कर ईमानदारी से अपने पत्रकारिता धर्म का पालन किया था. धमकियों के बावजूद न उनकी कलम झुकी और न रुकी, भले ही उन्हें अन्याय के खिलाफ कलम चलाने के लिए अपनी शहादत देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि छत्रपति ने बड़ा जज्बा था अगर यह जज्बा पत्रकारिता के पेशे में कायम रहना चाहिए ताकि हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभा सकें. इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक और बुलंद युवा परिवार के संयोजक रवि शंकर शर्मा ने कहा कि छत्रपति की याद में जुलाना से प्रज्ज्वलित की गई मशाल चंडीगढ़ पहुंच गई है और अगले साल छत्रपति अवार्ड-2019 के लिए सम्मान समारोह का आयोजन दिल्ली में किया जाएगा.
इसके अलावा समाज रत्न डॉक्टर सोनिया, युवारत्न पल्लवी शर्मा, साहित्य रत्न राजवंती मान, खेल रतन विकास राणा, पंडित विनोद पवार को कला रत्न अवॉर्ड, चंडीगढ़ की शशि मेहरा को प्रेरणा रत्न अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ कला रतन मुस्कान शर्मा को और सर्वश्रेष्ठ निर्देशन अवॉर्ड मुकेश लोहट जींद को दिया गया इसके साथ साथ समारोह में सामाजिक गतिविधियों से जुड़े पत्रकारों साहित्यकार और समाजसेवी को भी बुलंद युवा परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। अमर उजाला में वरिष्ठ पत्रकार गोविंद परवाना को बेस्ट रिपोर्टर के अवार्ड से नवाजा गया।