विश्व प्रसिद्ध अजमेर की ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती दरगाह को विकास के लिए एक औद्योगिक संस्था द्वारा करोड़ों की सहायता राशि दिए जाने के विरोध में आज यहां संघ के आनुसांगिक संगठन बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है और कलक्ट्रेट पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
चित्तौड़गढ़:
प्राप्त जानकारी अनुसार गत दिनों चितौड़गढ़ स्थित हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के आग्रह पर अपने सीएसआर फंड से अजमेर की दरगाह को विकास के लिए एक सौ करोड़ की राशि दिये जाने के विरोध में आज यहां कलेक्ट्रेट पर बजरंग दल एवं शिव सेना ने केंद्र सरकार एवं जिंक प्रबंधन के विरूद्ध जबर्दस्त प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सुधीर भटनागर, बजरंग दल के जिला संयोजक मुकेश नाहटा तथा शिव सेना के गोपाल वेद ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिंक से निकले प्रदूषण से यहां का आमजन त्रस्त है और स्थानीय बेरोजगारों को इस कंपनी में रोजगार नहीं दिया जा रहा है वहीं यहां से हजारों करोड़ का मुनाफा कंपनी ले रही है लेकिन यहां के विकास के लिए अपने सीएसआर फंड को खर्च नहीं किया जा रहा है।
इन नेताओं ने कहा कि हाल ही केंद्रीय मंत्री नकवी के कहने पर जिंक ने अजमेर की दरगाह के विकास के लिए एक सौ करोड़ की राशि दिये जाने का एमओयू साईन करने के साथ दस करोड़ की प्रथम किश्त भी दे दी जो ना केवल तुष्टीकरण है बल्कि स्थानीय निवासियों के हितों पर कुठाराघात भी है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आने वाले दिनों में तमिलनाडू की तरह कंपनी के गेट पर प्रदर्शन कर तालेबंदी की जाएगी। प्रदर्शन के बाद जिला कलॅक्टर को एक ज्ञापन भी दिया गया।