इवीएम् मशीनों के चलते हारी आआपा कि स्टूडेंट इकाई: राय
डुसू चुनाव हरने के बाद गोपाल राय का फूटा गुस्सा, गुरुवार को कहा ‘एक तरफ सरकार और चुनाव आयोग द्वारा भरोसा दिया जा रहा है कि ईवीएम हर तरह से सुरक्षित है और इससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराया जा सकता है.’
आआपा ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का हवाला देते हुए चुनाव आयोग के देश भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आम चुनाव कराने के दावों पर सवाल खड़े किए हैं.
आआपाआप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने गुरुवार को कहा ‘एक तरफ सरकार और चुनाव आयोग द्वारा भरोसा दिया जा रहा है कि ईवीएम हर तरह से सुरक्षित है और इससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराया जा सकता है. मगर बीजेपी की केंद्र सरकार डूसू चुनाव सुचारु और पारदर्शी रूप से नहीं करा सकती है. ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का नारा वास्तव में लागू करने के लिए है या देश को धोखा देने के लिए है.’
राय ने कहा कि डूसू चुनाव में सचिव के पद पर आठ उम्मीदवारों के अलावा ईवीएम में नौवां बटन नोटा का था. बुधवार को मतदान के दौरान ईवीएम में दसवें बटन पर भी 40 वोट पड़ गए. इतना ही नहीं मतदान के एक दिन बाद गुरुवार को हुई मतगणना के दौरान चार मशीनें खराब हो गईं. उन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी के पहले भी उठते रहे सवालों का जिक्र करते हुए कहा कि यह बीजेपी का अगले आम चुनाव में गड़बड़ी कर किसी तरह सत्ता हासिल करने का अभियान है.
राय ने बीजेपी की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि डूसू चुनाव की मतगणना में मशीनें उस समय खराब होने लगीं जिस रांउड से बीजेपी समर्थित एबीवीपी के उम्मीदवार पिछड़ने लगे. उन्होंने आआपा की छात्र इकाई सीवाईएसएस और AISA के संयुक्त उम्मीदवारों की तरफ से मशीनों की गड़बड़ियों को दूर कर तत्काल मतगणना शुरु करने की प्रशासन और सरकार से मांग की.
उन्होंने गुरुवार को ही मतगणना पूरी करने का निवेदन करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह संदेह होना लाजमी है कि सरकार एबीवीपी को जिताने की साजिश रच रही है क्योंकि बीजेपी यह नहीं चाहती कि लोकसभा चुनाव से पहले डूसू चुनाव में एबीवीपी की हार हो.
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