मोहाली में किसानों का प्रदर्शन, चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज कर्मियों का चक्का जाम
चंडीगढ़/मोहाली। पंजाब व हरियाणा सरकार के खिलाफ मंगलवार को मोहाली में किसान तो चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। मोहाली में जहां किसानों की कर्ज माफी से संबंधित मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया, वहीं चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ने डिपो में पूरी तरह चक्का जाम कर आंदोलन की शुरुआत की।
मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में किसान एकत्रित हुए और फिर किसानों ने पंजाब राज भवन की ओर कूच किया। दोपहर के समय किसान नेता राज्यपाल से मिलने पहुंचे। किसानों ने कर्ज माफी सहित अन्य मांगों को लेकर उन्हें मांगपत्र सौंपा।
दूसरी ओर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन ने 5 सितंबर से प्रस्तावित हड़ताल के चलते मंगलवार को दिन में ही डिपो में चक्का जाम कर दिया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य बलवान सिंह दोदवा ने कहा कि ये सरकार की वादाखिलाफी, तानाशाही रवैये और परिवन के निजीकरण के विरोध में किया गया है।
हरियाणा रोडवेज यूनियन के प्रधान प्रदीप बूरा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बताया कि हरियाणा सरकार 700 नई बसें प्रति किलोमीटर के हिसाब से शामिल करने जा रही है उन्होंने आगेे कहा कि प्राइवेट बसों के आने से सवारियों व हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि 13 जून और 27 दिसम्बर 2017 को सरकार के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था कि प्राइवेट बसों को शामिल नहीं किया जाएगा।
मगर सरकार ने वादा खिलाफी करते हुए सरकार ने प्राइवेट बसों को शामिल करने का निर्णय लिया है। जिसका वह तथा उनकी यूनियन पुरजोर विरोध करती है। इसके साथ ही उन्होंने खट्टर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट बंद कर दिए जिसके बाद पुलिस ने आके गेट खुलवाए। उसके बाद प्रदर्शनकारी गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।
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