समाजवादी पार्टी के बड़े नेता शिवपाल सिंह यादव बुधवार को पार्टी छोड़ सकते हैं
लखनऊ:
समाजवादी पार्टी में फिर घमासान के आसार लग रहे हैं। इसमें नई बात यह निकलकर आ रही है कि मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव ने गत दिनों अपने भतीते पर नाराजगजी व्यक्त करते हुए कहा है कि डेढ साल से पार्टी की जिम्मेदारी के इंतजार कर रहा हूं। लेकिन मेरी अनदेखी की जा रही है। समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अब समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बना दिया है। उन्होंने एलान किया है कि वे इस मोर्चे में उन लोगों को जोडेंगे जो समाजवादी पार्टी में अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि वे नेताजी को सम्मान नहीं दिए जाने से बहुत आहत हो गए हैं और सेक्युलर मोर्चे के सहारे वे छोटे-छोटे दलों को भी जोड़ेने का प्रयास करेंगे। शिवपाल यादव द्वारा समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने के फैसले पर अखिलेश यादव ने कहा है कि इसके पीछे भाजपा का हाथ है। शिवपाल की नाराजगी पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मैं भी बहुत लोगों से नाराज हूं, मैं कहां जा सकता हूं। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनावों में हार मिलने के कारण अखिलेश हताश हो गए हैं इसी वजह से ऐसी बयानबाजी कर सुर्खियां बना रहे हैं। उल्लेख है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी हाल ही दिनों में शिवपाल सिंह से मुलाकात की थी। इससे राजनीति सरगर्मियां तेज हो रही है। इससे राजनीतिज्ञ अनुमान लगा रहा हैं कि राजभर भी इस मोर्चे में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं।
मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को गत वर्ष भरोसा दिलाया था कि पार्टी में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। गत वर्ष सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उनके जगह पर प्रो.रामगोपाल यादव को प्रधान महासचिव तो बना दिया गया था। शिवपाल को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। इससे वे बहुत नाराज थे।