Sunday, January 5


नवजात की हत्या हुई या मृत्यु, क्या यह नूरा कुश्ती का मामला बन कर रह जाएगा जो कभी नहीं सुलझेगा?

सोनीपत पुलिस ने एफ़आईआर किसके खिलाफ लिखी?

क्या वाकई जांच होगी?


चंडीगढ़, 24 अगस्त:

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज को आज स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सतीश अग्रवाल ने सोनीपत में हुई नवजात की मौत की जांच रिपोर्ट सौंप दी। इसमें पाया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर की साइकिल रैली के कारण मरीज की एंबुलेंस अस्पताल में 30 मिनट की देरी से पहुंची।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस संबंध में गठित की गई कमेटी के सदस्य उप-सिविल सर्जन तथा एसएमओ ने पूरे मामले की जांच की। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया कि उन्होंने इस बारे में सभी उपलब्ध दस्तावेजों, एंबुलेंस चालक, फलीट मैनेजर तथा शिशु रोग विशेषज्ञ के ब्यान दर्ज किए है। इसके आधार पर नवजात की मौत का प्रमुख कारण अस्पताल में देर से पहुंचना है।

रिपोर्ट में कहा गया कि सुबह 11.21 बजे दिव्य निजी अस्पताल मनियारी प्याऊ से नेशनल एंबुलेंस सेवा सोनीपत कार्यालय में एंबुलेस बुलाने की कॉल प्राप्त हुई, जिसमें एक नवजात बच्चे को नागरिक अस्पताल सोनीपत में रैफर करने की अपील की गई थी। इस पर तुरन्त कार्रवाई करते हुए अस्पताल प्रबन्धन ने सीएचसी बडखालसा से 11.22 मिनट पर एंबुलेंस को रवाना कर दिया, जोकि दिव्य अस्पताल में मात्र 10 मिनट में पहुंच गई।

रिपोर्ट के अनुसार एंबुलेंस को दिव्य अस्पताल से नागरिक अस्पताल तक पहुंचने में मात्र 15 मिनट लगते है परन्तु उस दिन जीटी रोड़ पर आयोजित की जा रही साइकिल रैली के कारण एंबुलेंस लगभग 30 मिनट देरी से अस्पताल पहुंची। इसके तुरन्त बाद बच्चे को एसएनसीयू में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने पाया कि बच्चे का रंग नीला पड़ा हुआ था तथा दिल की धडक़न बहुत कम थी। चिकित्सकों ने बच्चे की स्थिति को काबू करने के लिए सभी प्रयास किये और परन्तु स्थिति में सुधार नही होने पर बच्चे को पीजीआईएमएस रोहतक रैफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।

श्री विज ने बताया कि इस बारे में सोनीपत पुलिस को मामला दर्ज करने की हिदायत दी थी, जिसकी एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।