Saturday, December 21


यमुनानगर के रणजीतपुर पुलिस चौंकी की घटना में डीएसपी व चौंकी इंचार्ज की नौकरी से बर्खास्तगी से कम कोई बात नहीं होगी:योगेश्वर शर्मा    

इतनी आसानी से इस मामले में सरकार व पुलिस को बचकर नहीं निकलने देगी आआपा 23 अगस्त को होगा जबरदस्त आंदोलन


पंचकूला,22 अगस्त।

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि जिस तरह से सत्तारुढ़ भाजपा की सरकार व इसके इशारों पर नाचने वाले पुलिस अधिकारी आआपा कार्यकर्ताओं पर झूठे केस बनाकर उन्हें तंग कर रहे हैं, उसका अंजाम उसे आने वाले लोकसभा व आम विधानसभा के चुनावों के दौरान भुगतना पड़ेगा। प्रदेश की जनता सब देख व समझ रही है।आआपा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आआपा को हलके से लेने की भूल कतई न करे सरकार। आआपा इस सरकार की ईंट से से ईंट बजाकर रख देगी।  आआपा यमुनानगर के रणजीतपुर पुलिस चौंकी की घटना पर सरकार व जिम्मेवार पुलिस अधिकारियों को इतनी असानी से बचकर नहीं निकलने देगी और उनके किए की सजा उन्हें दिलवाकर रहेगी। और किसी भी सूरत में डीएसपी व चौंकी इंचार्ज की नौकरी से बर्खास्तगी से कम कोई बात नहीं होगी।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के जिला प्रधान योगेश्वर शर्मा ने कहा कि इस घटना को लेकर बनाई गई आआपा  की 4 सदस्य कमेटी ने जांच में पाया कि  यह पुरा मामला 2 युवकों के बीच का आपसी मामला था जिससे बाद में दोनों गांव की  पंचायत ने आपसी सहमती से सुलझा लिया था। लेकिन बाद में थाना प्रभारी ने पंचायत के फैसले को नकारते हुए युवक को हिरासत में लेने की बात कही जिसके बाद थाने में 4 बजे से पहुंची।  पंचायत के सदस्यों व महिलाओं तक को रात तक गुमराह करके चौकी में बैठाये रखा गया।  शर्मा ने कहा कि थाने  में आई रानीपुर गांव की पंचायत के सदस्यों और महिलाओं व बुजुर्गो पर वहां की पुलिस द्वारा बड़ी ही बेशर्मी एवं बेरहमी के साथ लाठीचार्ज किया गया। आआपा के जिला प्रधान योगेशवर शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह पुलिस द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया घिनोना कृत्य है, जो पुलिस के भ्रष्टाचार व भक्षकता को दिखता है ।

योगेश्वर शर्मा ने बताया कि आआपा को गांव वालों ने बताया कि चौकी इंचार्ज सतपाल और उसके सहयोगी आशीष चौधरी  ने रात को 8 बजे सभी रास्ते बंद करवा दिये, नजदीकी थानों से पुलिस को बुलाया गया  और चौकी की लाइट बन्द करके लाठी चार्ज किया गया। वहां बुजुर्ग महिलाए भी मौजूद थी । लेकिन मौके पर महिला पुलिस भी मौजूद नहीं थी। जो पंचायत भाईचारा बनाने के लिए तैयार थी और दोनों पक्षों में समझौता करवा चुकी थी, जबकि इसके उलट पुलिस इस झगड़े को तूल देने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया पूरे प्रकरण में बेहद निराशा जनक व गुंडागर्दी वाला था। इस पूरे मामले में एक बुजुर्ग महिला और एक बुजुर्ग व्यक्ति जिसे पेशाब की नाली लगी है ऐसे लोगों पर पत्थरबाजी में नाम लिखा गया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में एक और बात निकल कर सामने आई कि आआपा  के नेताओं और कार्यकर्ताओ को निशाने पर रखा गया और बर्बरतापूर्ण तरीके से पीटा गया, थर्ड डिग्री का टॉर्चर किया गया  और एक बुजुर्ग महिला का हाथ तक तोड़ दिया गया । बाद में उनका मेडिकल तक नहीं करवाया गया। उन्होंने कहा कि अदालत के निर्देश पर जब आआपा के नेता अमरपाल आर्य का मेडिकल करवाया गया तो एक डाक्टर ने पुलिस के हिसाब से ही उसका मेडिकल कर डाला। ऐसे में अदालत को सूचित किए जाने पर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। जिसमें जब आर्य का मेडिकल करवाया गया तो डाक्टर भी उसके शरीर के घाव देखकर दंग रह गये कि किस बर्बरता से पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी थी। जब अमरपाल आर्य को मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल लाया गया था तो उसने पत्रकारों के अपने शरीर पर पुलिास द्वारा दिए गये निशान दिखाये तो पुलिस के हाथपांव फूल गये। वे उसे वहां से जबरन घसीट कर ले गये। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमरपाल आर्य को थर्ड डिग्री दिया गया है, उससे तो ऐसा लगता है कि पुलिस उसे जान से मारना चाहती थी। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के औछे हथकंडे अपना कर आआपा के कार्यकर्ताओं को डराना चाहती है लेकिन आआपा कार्यकर्ता क्रांतिकारी है वो जब तक जीवित हैं जनता के हित मुद्दे उठाते रहेंगे। आआपा के जिला प्रधान योगेश्वर शर्मा ने कहा कि इसी मामले को लेकर 23 तारीख  वीरवार को आआपा रानीपुर की  पंचायतों और महिलाओं के हक में यमुनानगर में जबरदस्त प्रदर्शन करने जा रही है। यह प्रदर्शन प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद की अगुवाई  में  किया जायेगा । अगर कभी भी  हरियाणा में जनता के साथ या किसी  आआपा कार्यकर्ता के साथ  अन्याय होगा तो आम आदमी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी। क्योंकि आम आदमी पार्टी आम जनता के लिए बनी है , कार्यकर्ताओं से बनी हुई है। उन्होंने कहा कि आआपा इसमे न्यायिक जांच की मांग करती है और सम्बन्धित पुलिस कर्मियों को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त  किया जाए ।