चंडीगढ़:
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री व पूर्व क्रिकेटर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए नवजोत सिंह सिद्धूू उस वक्त विवादों मे फंस गए ,जब पाकिस्तानी आर्मी के चीफ ओमर जावेद बाजवा से गले लगते हुए उनकी तस्वीर वायरल हो गई थी।
सिद्धूूू को इस मामले में काफी आलोचना का सामना करना पड़ था यहां तक की उनकी पार्टी के सदस्यों ने भी इस पर एतरा•ा जाहिर किया, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद्र सिंह ने भी इस मामले पर कहा था कि सिद्धू का बाजवा से गले लगना ठीक नहीं था। बजरंग दल ने तो तुगलकी फरमान जारी करते हुए यहां तक कह दिया कि जो भी सिद्धू का गला काट कर लाएगा उसे 5 लाख रूपये इनाम दिया जाएगा। वहीं भाजपा की तरफ से प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे शहीदों का अपमान बताया था।
इस मामले पर सफाई देने के लिए सिद्धू ने मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रैंस कर अपना रखा। सिद्धू ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि जानबूझकर छोटी-छोटी बातों को बढ़ावा देकर उनका मुद्दा बनाया जा रहा है। आगे अपने अलग ही अंदाज में उन्होंने कहा कि पत्थर हमेशा आम के पेड़ को मारा जाता है ना कि नीम के पेड़ पर। वह अरदास करते हैं कि सबका भला हो। साथ ही उन्होंने कहा कि कब तक इस तरह कि छोटी बातों को बढ़ावा देकर राजनीतिक रोटियां सेकी जाएंगी।
वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि बाजवा ने उनसे कहा कि गुरू नानक देव की जयंती पर वह अटारी बॉडर खोल देंगे इस बात को सुनकर उन्होंने बाजवा को गले लगा लिया। उन्होंने कहा कि नानक देव जी का नाम जैसे ही उन्होंने लिया तो भावुक होकर उनहोंने बाजवा को गले लगा लिया ।