पटौदी में बोले रणदीप सुरजेवाला – मोदी और खट्टर दोनों ने किया क्षेत्र से विश्वासघात


  • भाजपा का नारा – प्रदेश का विनाश व खुद का विकास 

  • भाजपा का काम – जलाना,लडवाना,तुडवाना व भटकाना 

  • भाजपा की असलियत – कोरी झूठ नीरी लूट 

  • भाजपा का मूल मन्त्र – चिंतन,मंथन,भोजन व आयोजन

  • एसवाईएल पर पीएम से मिलने का समय तक नहीं मिला भाजपाई सांसदों को


पटौदी, 19 अगस्त 2018
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज व पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी व सीएम खट्टर पर करारा हमला करते हुए कहा है कि दोनों ने खुद को पहली पर अपने दम पर सत्ता तक पहुँचाने वाले इस क्षेत्र की पीठ में ने छुर्रा घोंपने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र की चौधर के नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके चेले मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी ने यहाँ की जनता व उसके जनादेश के साथ विश्वासघात किया है। इसके लिए वीरों की यह भूमि वोट की चोट करके दोनों से बदला लेगी। यहाँ रामलीला मैदान में आयोजित बदलाव रैली में उमड़ी भारी भीड़ के बीच सुरजेवाला ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र की जनता ने एक को छोड़कर सारी सीटें भाजपा की झोली में डाली। उन्होंने कहा कि पीएम व सीएम के पास अब यहाँ की प्यासा भूमि को सिंचित करने में सक्षम एसवाईएल नहर पर बात करने तक की फ़ुरसत नहीं है। ये विश्वासघात नहीं तो और क्या है?

सुरजेवाला ने भाजपा पर अहीरवाल की जनता की पीठ में छुर्रा घोंपने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज हरियाणा में अहिरवाल की धरती ने 11 में से 11 सीटें खट्टर सरकार को चौधर, पानी, रोजगार और गरीब पिछड़ा वर्ग के समाज के साथ न्याय करने के नाम पर दी। लेकिन बदले में भाजपा ने क्या दिया लगभग 2 महीने से भाजपा के तीन सांसद एसवाईएल पर विचार विमर्श के लिए प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांग रहे हैं लेकिन उनको समय न देकर जानबूझकर अहिरवाल का अपमान कर रहे हैं खट्टर और मोदी। इसलिए आज भाजपा का मूल मन्त्र बन गया है कोई ऐसा सगा नहीं जिसे भाजपा ने ठगा नहीं।

खट्टर को निशाने पर लेते हुए सुरजेवाला ने कहा कि आज पूरे हरियाण प्रांत और पूरे देश के अंदर पीठ और पेट एक करके मिट्टी से सोना पैदा करने वाला किसान व उसके साथ काम करने वाला मजदूर पीडि़त, व्यथित और आंदोलित है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बनी थी तो नरेन्द्र मोदी ने कुरूक्षेत्र में एक जलसे के दौरान किसानों को वायदा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर उनको फसल लागत का 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। जब सरकार बनी तो मोदी व खट्टर सरकार ने इस वायदे को भूलाकर किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया। उन्होंने कहा कि यहां तक ही नहीं केन्द्र सरकार ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी खट्टर के चार साल में किसानों को बेहाल कर दिया गया है। मोदी और खट्टर सरकार द्वारा इससे बड़ा अन्याय किसान के साथ क्या हो सकता है जिसमें सरसों का समर्थन मूल्य 4000 रु प्रति क्विंटल से मिल रहा 3200 रु प्रति क्विंटल, ज्वार का भाव है 1750 रु प्रति क्विंटल मिल रहा 1400 रु प्रति क्विंटल, बाजरा का भाव 1425 रु प्रति क्विंटल और किसान को मिला 900-1000 रु प्रति क्विंटल और कपास का समर्थन मूल्य 5000 रु प्रति क्विंटल होने के बावजूद भी 3800 रु प्रति क्विंटल बिकी है लेकिन कांग्रेस के शासन में यही कपास की फसल 6500 रु प्रति क्विंटल तक बिकी। ठीक यही हाल मूंग, उड़द, अरहर, सोयाबीन, मूंगफली की फसल का है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार द्वारा पिछले 6 महीने में डीएपी की कीमत 25 प्रतिशत बढ़ा दी गई है। 1091 रु से 1290 रु प्रति 50 किलो के बैग पर बढ़ा दिए। इसके अतिरिक्त यूरिया के कट्टे का वजन 50 किलो से घटाकर 45 किलो बढ़ाते हुए रेट में बढ़ोत्तरी कर दी व इसके साथ ही बीज, बिजली, सिंचाई के साधनों के रेट बढ़ा दिए।

भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। भाजपा ने पेट्रोल व डीज़ल पर भारी टैक्स लगाए, जिसके चलते डीज़ल व पेट्रोल आज भी उसी भाव में मिल रहा है, जब कच्चे तेल की कीमतें दोगुना हुआ करती थीं। सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 16 मई 2014 को पेट्रोल के भाव 62.93 रु प्रति लीटर और डीजल के भाव 56.71 रु प्रति लीटर थे लेकिन आज साढ़े 4 साल के बाद डीजल 69.56 रु प्रति लीटर यानि डीजल पर 12.85 रु की बढोत्तरी करके भाजपा इस देश पर कुठाराघात कर रही है और इतना ही नही जब कांग्रेस का राज था तब डीजल पर 9.72 प्रतिशत और पेट्रोल पर 21.5 प्रतिशत वैट था लेकिन आज खट्टर सरकार ने डीजल पर 17.22 प्रतिशत और पेट्रोल पर 5 प्रतिशत की बढोत्तरी के साथ 26.25 प्रतिशत की बढोत्तरी करके इस प्रदेश के लोगों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर 11 बार एक्साईज डयूटी लगाकर इस देश की जनता से 10 लाख करोड़ रुपए और खट्टर सरकार 18 हजार करोड़ रुपए वसूल रही है। यही भाजपा व कांग्रेस की सोच का फर्क है। भाजपा द्वारा ट्रैक्टर एवं अन्य सभी उपकरणों पर 12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 18 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5600 करोड़ रुपया दिया गया। 14 हजार 900 करोड़ रुपये देश की 7 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि प्राइवेट मुनाफा योजना व किसान शोषण योजना होना चाहिए था।

सुरजेवाला ने कहा कि आज भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 46 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जब देश के 12 उद्योगपतियों का 2 लाख 83 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया तो 62 करोड़ किसान मजदूरों का 2 लाख करोड़ रु क्यों नही माफ हो सकता। सुरजेवाला ने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो कांग्रेस पार्टी ने इस देश के किसानों का 72 हजार करोड़ रु कर्जा माफ किया। क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार? इसलिए बदलाव की जरूरत है।

सुरजेवाला ने खट्टर सरकार पर पटौदी में हुए भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले खट्टर सरकार ने अनेकों लुभावने वायदे अहीरवाल की जनता से किए लेकिन सत्ता प्राप्ति के बाद एक तरफ तो खट्टर पटौदी को मिलेनियम सिटी बनाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ पटौदी को डार्क जोन घोषित कर देती है। आज भाजपा राज में पटौदी में न पीने का पानी है, न ढाणियों में रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक बिजली है, न मानेसर व बिलासपुर में नौजवानों के लिए रोजगार है, न बाईपास है, न आईआईटी है और न ही कोई लड़कियों का सरकारी कालेज है, मोदी सरकार द्वारा रक्षा यूनिवर्सिटी का वायदा साढ़े चार साल बीतने के बाद महज जूमला ही साबित हुआ, दक्षिण हरियाणा में एम्स बनाने का काम भी अधर में लटका पडा है, जयपुर एक्सप्रेस हाइवे रद्द कर दिया, न फौज की भर्ती है, न पुलिस की भर्ती है। इसलिए इस निक्कमी, नकारा और खटारा सरकार के परिवर्तन का समय आ गया है। उन्होंने वायदा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही 2 साल में ही बाईपास, फलाईअवर और आईआईटी बनाया जाएगा।

सुरजेवाला ने अहीरवाल की जनता से वायदा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही पिछड़ा वर्ग के लोगों का 27 % आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा। इसी तरह 3-4 एकड़ तक के किसानों और भूमिहीन किसान खेत मजदूरों का 1 लाख तक का कर्जा 3 किस्मों में माफ किया जायेगा। इस सम्मेलन को राव अर्जुन सिंह, ए सी चौधरी, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान, जगदीश मंडौली, सतबीर भाणा, दीपक देशवाल, वीरेंद्र जागलान, धर्मवीर कौलेखां, बिजेंद्र माजरा, अनिल शर्मा और कर्मवीर मायना आदि कांग्रेस के नेताओं ने भी संबोधित किया।

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