ॐ माथुर, मेनका और वरुण की अनुपस्थिति कहती है की सब कुछ ठीक नहीं है

 

लखनऊ।

2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के लिए मेरठ में दो दिनों तक बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक चली। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी आदित्यानाथ सहित प्रदेश के सारे दिग्गज नेता शामिल हुए, लेकिन बीजेपी के तीन बड़े चेहरे इस बैठक में शामिल नहीं हुए, जिन्हें लेकर सवाल उठने लगे हैं। मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, सुल्तानपुर से सांसद वरुण गांधी और यूपी के प्रभारी ओम माथुर के नदारद रहने पर सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। बता दें कि इस बैठक के पहले से बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और यूपी प्रभारी ओम माथूर किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आ रहे हैं. इन नेताओं के शामिल न होने के राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं. यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्र नाथ पांडेय नेने बताया कि मेनका गांधी और वरुण गांधी ने हमें पहले सूचित किया था कि उनको व्यक्तिगत कार्यों से यूपी के बाहर जाना है। इसी कारण दोनों लोग बैठक में शामिल नहीं हो पाए।

नेताओं के बैठक में शामिल नहीं होने के सवाल पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि मीडिया के माध्यम से ही सूचना मिलती है कि वरुण गांधी को लेकर पार्टी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि 2019 के चुनाव में बीजेपी का उत्तर प्रदेश से सफाया हो जाएगा क्योंकि इन लोगों का भंड़ाफोड़ हो चुका है। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता सब समझ चुकी है, जिसका जवाब आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में देगी। बीजेपी पर हमला बोलते हुए यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता हिलाल नकवी ने दावा करते हुए कहा, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में एक बड़ी टूट होनी है। नकवी ने कहा कि वरुण गांधी और मेनका गांधी का नाम तो जग जाहिर है। इसके अलावा अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी से गठबंधन तोड़ सकते हैं। हिलाल नकवी ने बताया कि ये बीजेपी के टूट की शुरुआत है क्योंकि इनके लोगों को अब मालूम हो चुका है कि 2019 में दोबारा देश में मोदी की सरकार बनने वाली नहीं है।

इससे पहले विधानसभा चुनाव में भी वरुण ने खुद को पार्टी के प्रचार से अलग रखा था। बीजेपी ने भी उन्हें ज्यादा तवज्जो नहीं दी थी। इसके बाद से ही वरुण गांधी यूपी में बीजेपी के किसी मंच पर दिखाई नहीं दिए। वरुण गांधी के साथ-साथ क्या उनकी मां मेनका गांधी भी पार्टी से नाराज है? ऐसे में मेनका गांधी के मेरठ की प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल न होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वरुण को पार्टी में साइडलाइन किए जाने के चलते उनके अंदर भी नाराजगी है या फिर कोई और वजह है?

यूपी प्रभारी ओम माथुर अब यूपी के किसी कार्यक्रम में दिखाई नहीं देते हैं। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से वे काफी कम दिखाई दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि यूपी की नीतियां हो या संगठन का कामकाज, नजरअंदाज किए जाने से ओम माथुर आहत हैं और वे खुद यूपी प्रभारी का पद छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं।

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