उन्होंने कहा कि तीन तलाक संबंधी विधेयक में मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक न्याय दिलाने और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत बनाने की पहल की गई है. लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनके कुछ साथी दल इस विधेयक को लेकर बहानेबाजी कर रहे हैं और शुरू से ही इस विधेयक को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की पृष्ठभूमि कुछ कट्टरपंथी निहित स्वार्थी तत्वों के सामने घुटने टेकने वाली पार्टी की रही है. विपक्ष की आपत्तियों पर नकवी ने कहा, दुरुपयोग तो किसी भी चीज का, कोई भी कर सकता है. धारा 302 का भी गलत इस्तेमाल हो सकता है. लेकिन इसकी वजह से हम कोई कानून ना बनाएं, किसी के साथ न्याय की बात न करें, अन्याय होता रहे, ऐसा नहीं हो सकता.
बता दें कि तीन तलाक संबंधी विधेयक बजट सत्र में लोकसभा में पारित हुआ था लेकिन राज्यसभा में यह अब तक पारित नहीं हो पाया था. सरकार ने हाल ही में इस विधेयक में संशोधन किया है जिसके तहत मुस्लिमों में तीन तलाक से जुड़े प्रस्तावित कानून में आरोपी को सुनवाई से पहले जमानत जैसे कुछ संरक्षणात्मक प्रावधानों को शामिल किया गया है.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा, ‘तीन तलाक एक सामाजिक कुरीति और कुप्रथा है और इसे धार्मिक और राजनीतिक नजरिए से देखना ठीक नहीं है’
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोदी सरकार का विकास का मसौदा, वोट का सौदा नहीं है. और तीन तलाक संबंधी विधेयक के पारित होने के मार्ग में बाधा डालकर कांग्रेस पार्टी वही गलती दोहरा रही है जो उसने 1985 में शाह बानो मामले में किया था.
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नकवी ने कहा, ‘तीन तलाक एक सामाजिक कुरीति और कुप्रथा है और इसे धार्मिक और राजनीतिक नजरिए से देखना ठीक नहीं है.’