पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के दो शोधार्थी आगामी 18 से 20 अगस्त तक मॉरीशस में हो रहे 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन में अपने आलेख प्रस्तुतकरेंगे।
हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ गुरमीत सिंह ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर सेकिया जाता है और विभाग के दो शोधार्थियों केवल कुमार और सुनीता कुमारी का चयन विदेश मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने सभी आलेखों कीस्क्रीनिंग के आधार पर किया है।
यह संभवतः पहली बार होगा जब हिंदी विभाग के शोधार्थियो को विदेश में आलेख प्रस्तुति का अवसर मिला है। दोनोशोधार्थियो को डीयूआई प्रोफेसर शंकरजी झा के नेतृत्व में सम्मेलन में जा रहे विश्वविद्यालय के शिष्टमंडल में शामिल किया गया है।
डॉ गुरमीत सिंह ने बताया कि 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन की थीम” हिंदी विश्व और भारतीय संस्कृति” रखी गई है और दोनों शोधार्थियो के आलेख उसी पर आधारित थे।
डॉ सिंह ने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा विश्व में हिंदी के प्रसार के लिए सम्मेलन का आयोजन हर तीन वर्ष के अंतराल पर अलग अलग स्थान पर कियाजाता है। इससे पहले भोपाल , जोहान्सबर्ग, न्यूयॉर्क, लंदन, सूरीनाम आदि जगहों पर यह सम्मेलन हो चुके हैं। मॉरीशस में 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन काउद्घाटन वहां के प्रधानमंत्री श्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ और भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज संयुक्त रूप से करेंगे। सम्मेलन में भारत औरविभिन्न देशों के करीब ढाई हजार प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।