शिव सेना द्वारा एनडीए के उपसभापति पद के उम्मीदवार का साथ दिये जाने पर प्रधान मंत्री मोदी ने ठाकरे को दिया धन्यवाद


जेडीयू सांसद हरिवंश की जीत के बाद मोदी ने बहुत अप्रत्याशित तरीके से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर धन्यवाद दिया


गुरुवार को राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जेडीयू सांसद हरिवंश को जीत मिली. उन्हें 125 सदस्यों ने वोट दिया. यूपीए के उम्मीदवार हरिप्रसाद को 105 वोट मिले. हरिवंश की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत अप्रत्याशित तरीके से एनडीए सरकार के सहयोगी शिवसेना पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर धन्यवाद दिया.

शिवसेना और बीजेपी के रिश्ते पिछले कुछ वक्त से ठीक नहीं चल रहे हैं. ये मोदी की तरफ से रिश्तों को ठीक करने की ओर बढ़ाया गया दूसरा कदम हो सकता है. इसके पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जून में ठाकरे के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी.

उच्च पदस्थ अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कुछ मिनट की बातचीत हुई. अमित शाह ने 7 अगस्त को ठाकरे को कॉल करके सांसद हरिवंश के लिए सपोर्ट मांगा था.

इस बार बीजेपी के लिए ये शिवसेना का समर्थन काफी मायने रखता है. पिछली 20 जुलाई को लोकसभा में हुए अविश्वास प्रस्ताव पर हुए बहस के वक्त शिवसेना ने खुद को एबस्टेन(अनुपस्थित)  रखा था. हालांकि प्रस्ताव में वोट एनडीए सरकार के पक्ष में पड़े लेकिन फिर भी शिवसेना का ये कदम बहुत सख्त था.

साथ ही शिवसेना के मुखपत्र सामना में पिछले कुछ समय से पीएम मोदी की आर्थिक और विदेश नीतियों पर कड़ी आलोचना की गई है.

इससे भी बड़ी दरार तब आई थी जब 28 मई को हुए महाराष्ट्र के पालघर लोकसभा सीट के उपचुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ीं. बीजेपी के हाथों हार का सामना करने के बाद शिवसेना ने बीजेपी को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक दुश्मन बनाया.

उद्धव ठाकरे की पार्टी ने पहले ही घोषणा की दी है कि वो 2019 के लोकसभा चुनावों में वो अकेले लड़ेगी.

बीजेपी और शिवसेना लगभग ढाई दशकों से भारतीय राजनीति में एक दूसरे के साथ रही हैं. हालांकि 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अलग हुई थीं लेकिन बाद में देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनाने के लिए दोनों फिर साथ आ गई हैं. लेकिन आए दिन इनके मतभेद और शिवसेना की आलोचनाएं सामने आती रहती हैं. अब पीएम ने खुद कॉल करके उन्हें सपोर्ट के लिए धन्यवाद बोला है तो देखना है कि शिवसेना-बीजेपी के रास्ते एक होते हैं या नहीं.

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