पार्टी के कुछ नेताओं ने राफेल डील मुद्दे पर जब संसदीय जांच की मांग उठाई तो उनके माइक बंद कर दिए गए और जल्दी में दो विधेयक पारित कराए गए. कांग्रेस ने नायडू पर तरफदारी करने का आरोप लगाया है
हरिवंश को राज्यसभा का उपसभापति बनाया गया है. इस उपलक्ष्य में सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को एक भोज का आयोजन किया है. इसमें सभी दलों को बुलाया गया है लेकिन कांग्रेस ने इस दावत में शामिल होने से मना कर दिया है.
पार्टी का कहना है कि सभापति नायडू ने उसके नेताओं को राफेल डील पर संसद में अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया, इसलिए वे भोज में शामिल न होकर एक तरह से विरोध का प्रदर्शन करेंगे.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि संसद सत्र के दौरान कुछ नेताओं को बोलने की इजाजत नहीं दी गई. पार्टी के कुछ नेताओं ने राफेल डील मुद्दे पर जब संसदीय जांच की मांग उठाई तो उनके माइक बंद कर दिए गए और जल्दी में दो विधेयक पारित कराए गए. कांग्रेस ने नायडू पर तरफदारी करने का आरोप लगाया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि दलित कानून को पारित कराने में उन्होंने सरकार की मदद की, यहां तक कि गिरफ्तारी वाले प्रावधान को जोड़वाने में उनका पूरा सहयोग रहा लेकिन सदन में जब पार्टी ने अपनी बात रखनी चाही तो सभापति ने उसे रिकॉर्ड में लेने से मना कर दिया.
वाईसे ही कह दिया बुरा मत मान लीजो: