चंडीगढ़
सेक्टर 45 स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वीरवार की सुबह टीचर ने गुंडों की तरह छात्रों के साथ मिलकर एक छात्र की रॉड से पिटाई कर दी जिसकी सूचना घायल छात्र ने अपने परिजनों को दी। सूचना मिलते ही स्कूल परिसर के अंदर परिजनों ने पहुंच कर टीचरों के साथ जमकर हाथापाई की गेट पर तैनात गॉड ने पीसीआर पुलिस को दी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करा कर घायल हुए छात्रों को सेक्टर 45 की पुलिस चौकी पर छोड़ कर चली गई। जहां पर छात्रों को पुलिस ने दो घंटे तक चौकी पर बैठा रखा और स्कूल की तरफ से किसी को भी नही बुलाया।
घायलों की पहचान छात्र संजय पाल व उसके मामा संतोष बुडैल के रूप में हुई है। जो क्लास 11वीं का छात्र है। घायल छात्र ने बताया कि वह वीरवार की सुबह 11 बजे के करीब संजय पाल स्कूल परिसर से बाहर किसी दोस्त से मिलने चला गया जिस बात को लेकर हिंदी के टीचर ऋषि ने पहले बुलाया और बात करते-करते उसकी पीटाई करनी शुरू कर दी। संजय ने बताया कि विरोध करने पर वह कुछ सीनियर छात्रों को बुलाकर उसकी रॉड से पिटाई करवा दी। हालांकि वहीं स्कूल प्रिसिंपल अनीता शर्मा ने इन आरोपो को निराधार व झूठा बताया है।
घायल के परिजनों ने एंट्री पर लिखवाया गलत नंबर व पता
वहीं गेट पर तैनात गॉड उमाशंकर ने बताया कि जब यह सारी वारदात हो गई तो उसके बाद घायल छात्र ने इसकी सूचना अपने मामा व परिवार को दी सूचना पर जब परिजनों के साथ कुछ और लोग आए तो अपना नंबर व पता गलत लिखवा कर स्कूल के अंदर गए।
घटना स्थल पर नही थे सीसीटीवी कैमरे
वहीं स्कूल परिसर में जिस जगह पर वारदात की सारी घटना क्रम हुई उस एरिया में एक भी सीसीटीवी कैमरे नही लगे है। सवाल यह है कि अगर बाहर से कोई अपराधी अंदर आकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देकर चला जाए तो उसकों पकडऩा भी मुश्किल हो जाएगा।
टीचर ने छात्र को बनाया मुर्गा
जब छात्र ने बाहर से स्कूल के अंदर एंट्री की तो पहले तो हिंदी के टीचर ऋषी ने छात्र को मुर्गा बनने को कहा छात्र तो मुर्गा बन गया लेकिन छात्र की मोटाई अधिक होने के कारण वह कान को नही पकड़ पाया इसलिए भी टीचर ने उसकी जमकर पिटाई कर दी।