छात्र संघ चुनाव व अनय शैक्षणिक मुद्दों को लेकर 31 जुलाई से मिला एबीवीपी का प्रतिनिधि मण्डल इसी वर्ष छात्र संघ चुनाव करवाने व कालेजों में 20% सीटें बढ़ाने पर बनी सहमति
प्रदेश में छात्र संघ चुनाव की बहाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 22 वर्षों के कड़े संघर्ष की जीत है। देश प्रदेश में एबीवीपी एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो दलगत राजनीति स ऊपर उठकर जमीनी स्तर पर छात्र हितों के लिए कारी करता है। आँय छात्र संगठन व राजनैतिक दलों ने छत्र एसएनजीएच चुनावों के नाम पर छत्रों को गुमराह किया है। हरियाणा में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता छत्र संघ चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। यह बात वीरवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री सुनील भारद्वाज ने कही। भारद्वाज ने कहा कि प्छ्ले कुहह दिनों में इनसो द्वारा छत्र संघ हुनवों के नाम पर शिक्षण संस्थानों में अराजकता का माहौल बना कर छत्र संघ चुनाव बहाल करवाने का श्रेय लेने कि होड लगी है वह दर्शाती है कि किस प्रकार कुछ राजनैतिक दल अपना अस्तित्व बचाने के लिए शिक्षण संस्थानों को राजनैतिक आखाडा बनाने पर तुले हुए हैं। उन्होने कहा कि यह राजनैतिक दल लंबे समय से छत्र हितों पर कुठराघात करते आ रहे हैं। एबीवीपी ने पिछले 22 वर्षों से धारणा प्रदर्शन, छात्र पंचायत, ज्ञापनों के माधायम से यहाँ तक कि विधानसभा का घेराव करके छात्र संघ चुनाव को बहाल करवाने में स्फ़्ल्ता प्राप्त की है। विधानसभा घेराव में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने लाठीचार्ज कर मुक़द्दमे भी दर्ज किए लेकिन कारकर्ताओं ने निरंतर संघर्ष करते हुए आज छात्र संघ चुनाव के मुद्दे को अंजाम तक लेकर आए हैं। भारद्वाज ने कहा कि इस छात्र संघ चुनाव में प्रदेश के छात्र दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर छात्र हटोन के लिए सही माने में संघर्ष करने वाले हाटर संगठन एबीवीपी को चुनेंगे। छात्र संघ चुनाव के माध्यम से प्रदेश में परिवारवाद कि राजनीति से ऊपर उठ कर नया नेतृत्व उभरेगा, जो देश व प्रदेश कि राजनीति को नयी दिशा देने वाला होगा।
उन्होने बताया कि एबीवीपी हरियाणा का एक प्र्टिनिधि मण्डल मंगलवार को छत्र संघ चुनाव सहित विभिन्न शैक्षणिक मुद्दों को ले कर मुख्यमंत्री खट्टर से मिला था। एबीवीपी प्रतिनिधि मण्डल में एबीवीपीके क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल, राष्ट्रीय छात्रा प्रमुख ममता यादव, प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र धीमान, प्रदेश मंत्री सुनील भारद्वाज, पूर्व प्र्देशाध्यक्ष द। घनश्याम वत्स व प्राध्यापक प्रमोद शास्त्री, प्रांत संगठन मंत्री श्याम सिंह राजावत शामिल रहे।
प्र्टिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री से कहा कि एबीवीपी प्रांत में छत्र संघ चुनाव बहाल करवाने को लेकर पिछले 22 वर्षों से संघर्षरत है। एबीवीपी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे इस प्रदेश में इसी सत्र से प्र्तयक्ष छात्र संघ हुनाव कार्वा कर प्रदेश के छात्रों से किए ज्ञे अपने वादे को पूरा करें। इसके साथ एबीवीपी प्रतिनिधि मण्डल ने प्रदेश के शिक्षण संस्थानो से जुड़े अनेक शैक्षणिक मुद्दों पर भी बातचीत कि। मुख्यमन्त्री खट्टर ने अश्वस्न देते हुए जल्दी ही छात्र संघ चुनाव कि तारीख का ऐलान करने कि भी बात कही।
प्रांत मंत्री सुनील भारद्वाज ने बताया कि एबीवीपी ने सरकार से डीयू व पीयू कि तर्ज़ पर लिंगदोह कमेटी कि सिफ़र्शों के अनुरूप प्र्तयक्ष छत्र संघ चुनाव कि मांग मुख्यमंत्री कए सामने राखी है। उन्होने कहा कि विद्यार्थी परिषद से वर्ष 1999 से ही प्र्तयक्ष चुनाव कि मांग कि है। इसके लिए एबीवीपी ने लंबा संघर्ष किया है। सरकार इस सत्र से चुनाव बहाल कार्वा रही है यह एबीवीपी के 22 वर्षों के लंबे संघर्ष कि जीत है।