Saturday, December 21

 

रोहतक, 01 अगस्त।

जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण रोहतक के चेयरमैन एवं सत्र न्यायाधीश संत प्रकाश एवम् सीजेएम श्रीमती सुकृति गोयल के कुशल मार्गदर्शन में आज जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के पैनल के अधिवक्तागण द्वारा पूरे सप्ताह तक चलने वाले -सडक़ सुरक्षा सप्ताह- से सम्बन्धित जागरुकता व साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ रोहतक शहर के मुख्य चौराहों से किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता राजबीर कश्यप ने बताया कि भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों को राष्ट्रीय सडक़ों की सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए सडक़ सुरक्षा अभियान का आयोजन आईएसएस भारत, एचएसई (स्वास्थ्य, सुरक्षा और वातावरण) द्वारा की गई एक पहल है। इस अभियान के आयोजन का मुख्य लक्ष्य सडक़ सुरक्षा के लिए साधारण नियमों का पालन व सुरक्षित सडक़ यात्रा पर जोर देना है। आंकड़ों के अनुसार यह दर्ज किया गया है कि, हर साल लगभग एक लाख लोग सडक़ दुर्घटना में मारे जाते हैं या उनमें से कुछ मानसिक आघात, याददाश्त में कमी, हाथ या पैर की हानि, पूरे जीवन भर के लिए होने वाली परेशानियों से पीडि़त हो जाते हैं।
इन हालात के कारण विशेष रूप से भारत में सडक़ सुरक्षा के उपायों का महत्व और आवश्यकता बढ़ जाती है। शहरों में सडक़ यात्रा करने वालों की बहुत बड़ी संख्या है, जैसे दुपहिया वाहन, चौपहिया वाहन आदि, इसलिए उन्हें और भी अधिक सडक़ सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जाना जरूरी है। सडक़ सुरक्षा एक नारा नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। सभी अधिवक्तागण ने यात्रियों को आह्वान किया कि सडक़ पर सुरक्षा के साथ चलें, नशा करके वाहन न चलायें, यातायात के नियमों का पालन करें, ड्राइविंग के दौरान हेलमेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग करें, अपने वाहन को निर्धारित गति सीमा में रखें, थके होने पर, नशे में होने पर तथा बिना ड्राईविंग लाईसेंस के वाहन न चलायें।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण रोहतक का यह सडक़ सुरक्षा का एक अभियान है, मध्यांतर नहीं। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता राजबीर कश्यप, सुपरिंटेंडेंट विजय कुमार शर्मा, अधिवक्तागण संदीप कुमार, संजीत कादियान, करतार सिंह, सोम सिंह बजाड, सुरेश बबर, प्रवीण कलसन, राजेश मलिक, संजय, उषा गिरोत्रा, सवीता सैनी, स्नेहलता तथा पीएलवी माया देवी, मीनाक्षी, सुरेंद्र आदि उपस्थित रहे।