नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मार्च 1971 से जो भी लोग बांग्लादेश से भारत आए हैं वो भारतीय नागरिक हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) की कवायद राजनीतिक मकसद से किया गया है ताकि लोगों को बांटा जा सके. उन्होंने चेतावनी दी कि इससे देश में गृह युद्ध छिड़ जाएगा. ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी देश को बांटने का प्रयास कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि आप उन लोगों के बारे में सोचिए जिनका नाम इस सूची में नहीं है वे अपनी पहचान को खो देंगे. इस बात को समझने की जरूरत है कि विभाजन से पहले भारत-पाकिस्तान-बांग्लादेश एक थे. मार्च 1971 से जो भी लोग बांग्लादेश से भारत आए हैं वो भारतीय नागरिक हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नई दिल्ली के कॉन्सटिट्यूशन क्लब में ‘लव फॉर नेबर’ (पड़ोसी के लिए प्यार) नामक कार्यक्रम में बोल रही थीं. उन्होंने कहा कि भारत को बदलाव की जरूरत है और यह बदलाव दुनिया की बेहतरी के लिए 2019 में जरूर आएगा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इससे पहले भी असम के एनआरसी ड्राफ्ट पर निशाना साध चुकी हैं और यह कहा है कि यह बंगालियों और बिहारियों को निशाना बनाने के लिए जारी किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों का नाम एनआरसी ड्राफ्ट में नहीं है उनका पश्चिम बंगाल में स्वागत है.