‘बीजेपी को हमारे बारे में चिंता करने की बजाय अपना घर संभालना चाहिए’: ज्योतिरादित्य
सिंधिया ने शिवराज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें राजे-रजवाड़ों से जुड़ी शब्दावली के इस्तेमाल के सिलसिले में बीजेपी से जुड़ी उनकी दोनों बुआओं से भी बात करनी चाहिए
मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे नेताओं की बयानबाजी भी तेज होती जा रही है. इसी कड़ी में शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है. सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात का प्रचार कतई नहीं करना चाहिए की वह पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखते हैं. क्योंकि मुख्यमंत्री का संवैधानिक पद जाति-धर्म की सीमाओं से परे होता है.
प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ने कहा, ‘शिवराज अपने सार्वजनिक वक्तव्यों में अक्सर खुद को पिछड़ा बताते हैं. लेकिन वह सुन लें कि मुख्यमंत्री पद की कोई जाति या धर्म नहीं होता. मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री सूबे की साढ़े सात करोड़ जनता का प्रतिनिधि होता है.’
ग्वालियर के राजघराने के 48 वर्षीय उत्तराधिकारी ने उन्हें शिवराज द्वारा ‘महाराजा’ कहे जाने पर भी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद राजा-महाराजाओं का दौर खत्म हो गया है. एक राजनेता के रूप में मेरा मूल्यांकन सार्वजनिक क्षेत्र में मेरे परिश्रम के आधार पर होना चाहिए.’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर शिवराज मेरे लिए राजा-महाराजा जैसे शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन्हें इस सवाल का भी जवाब देना चाहिए कि जब वह 30 साल पहले बीजेपी के एक कार्यकर्ता थे. तब उन्होंने मेरी दिवंगत दादी (विजयाराजे सिंधिया) के लिए राजे-रजवाड़ों से जुड़ी शब्दावली का इस्तेमाल क्यों नहीं किया था.’
सिंधिया ने शिवराज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें राजे-रजवाड़ों से जुड़ी शब्दावली के इस्तेमाल के सिलसिले में बीजेपी से जुड़ी उनकी दोनों बुआओं से भी बात करनी चाहिए. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा अब तक घोषित नहीं किया है. हालांकि सत्तारूढ़ बीजेपी की ओर से प्रमुख विपक्षी दल को लगातार चुनौती दी जा रही है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस इस पद पर दावेदारी के लिए अपने किसी नेता को शिवराज के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारकर दिखाए.
इस बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा, ‘बीजेपी को हमारे बारे में चिंता करने की बजाय अपना घर संभालना चाहिए. शिवराज को केवल अपनी कुर्सी की फिक्र है. लेकिन हम सत्ता के लिए लालायित नहीं हैं और हमें केवल जनता की चिंता है.’ उन्होंने कहा, ‘फिलहाल सूबे की साढ़े सात करोड़ जनता ही हमारा चुनावी चेहरा है.’
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