बेग ने कहा, गाय और भैंस के नाम पर मुसलमानों का कत्ल बंद करें, वर्ना नतीजे अच्छे नहीं होंगे. उन्होंने कहा, 1947 में एक बंटवारा पहले ही हो चुका है
पत्रकारों के अनुसार बेग ने कहा, गाय और भैंस के नाम पर मुसलमानों का कत्ल बंद करें, वर्ना नतीजे अच्छे नहीं होंगे. बेग ने कहा, 1947 में एक बंटवारा पहले ही हो चुका है. उनके इस बयान से साफ है कि वो एक और विभाजन की धमकी दे रहे हैं.
बता दें कि देश में भीड़ की हिंसा (मॉब लिन्चिंग) की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. हाल ही में राजस्थान के अलवर में एक मुस्लिम युवक अकबर खान उर्फ रकबर खान को गो-तस्करी के आरोप में उग्र भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. इस घटना के बाद राजस्थान की बीजेपी सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है.
पीडीपी शनिवार को अपना स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर मुजफ्फर बेग के दिए इस बयान से सियासी हलकों में विवाद होना तय है. बेग पीडीपी के संस्थापक सदस्य भी हैं, इसलिए उनका यह बयान पार्टी के बयान के रूप में देखा जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद पीडीपी की ओर से लगातार विवादित बयान दिए जा रहे हैं. अभी हाल में पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि पीडीपी विधायकों पर दबाव बनाने और उन्हें तोड़ने के लिए बीजेपी एनआईए के छापे डलवा रही है.
उसके पहले महबूबा ने कहा था कि पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की गई तो घाटी में सलाउद्दीन जैसे लोग पैदा होंगे. महबूबा की इन बातों का बीजेपी ने कड़ा प्रतिकार किया था और सख्त लहजे में अपना विरोध दर्ज कराया था.