Sunday, December 22

रोहतक, 27 जुलाई।

सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने कहा किहुए अपने क्षेत्रों में निस्संकोच कार्य करें और अपने गांव को टॉप-10 में लाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के मामले में फंड की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा बीमारियों पर खर्च होने वाले 25 प्रतिशत राशि की भी बचत होगी।
सहकारिता मंत्री आज स्थानीय विकास सदन में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 का शुभारंभ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इसे स्वच्छता प्रतियोगिता मानते हुए अपनाएं। विपक्षी लोग नौकरी लगवाने, सडक़ बनवाने जैसे आम आदमी के कार्यों को करने की बात कहकर इससे ध्यान हटाने का प्रयास करेंगे, जबकि स्वच्छता का हमारे जीवन से जुड़ा हुआ अहम पहलू है। यदि पूर्ववर्ती सरकारें इस ओर ध्यान देती तो आज वातावरण इस तरह दूषित न होता और देश की आधी से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में बसने वाली आबादी सुखमय जीवन व्यतीत करती। उन्होंने कहा कि तालाबों का पानी इतना गंदा हो गया है कि इसे पशु भी नहीं पीते। जबकि पहले संसाधनों की कमी के बावजूद लोग भी तालाबों का पानी बड़े चाव से पीते थे। उन्होंने कहा कि आज हम प्लास्टिक की बोतल में पानी महंगे दामों पर खरीदकर भी जहर पी रहे हैं, जिससे कैंसर जैसी बीमारियां पनप रही है।
सहकारिता मंत्री ने इंदौर शहर का उदाहरण देते हुए कहा कि गत दिनों उन्हें लगभग 9 किलोमीटर घूमने का मौका मिला। उस दौरान इन्दौर शहर में कहीं भी कूड़े का एक कचरा भी दिखाई नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह सब जनभागीदारी से सुनिश्चित किया जा सकता है। अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करके हम एयरकंडीशन जैसी हवाएं ले सकते हैं। इसलिए शहर एवं गांव में थोड़ी सी भी भूमि दिखाई दे तो उस पर अवैध कब्जा न करके ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्यावरण और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्कूली बच्चों के माध्यम से पौधे लगाने का अभियान चलाया है। इसके तहत पौधे लगाने और संरक्षण करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप राशि भी प्रदान की जाएगी।
श्री ग्रोवर ने जिला के अधिकारियों के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि शहरी क्षेत्रों के सर्वे में रोहतक जिला 269 रैंक से आज 89 रैंक पर पहुंच गया है और करनाल के बाद रोहतक प्रदेशभर में दूसरे स्थान पर आ गया है। इस प्रकार रोहतक शहर का देश के 100 शहरों में शामिल होना गौरव की बात है। उन्होंने व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सामाजिक स्वच्छता को भी जीवन में अपनाने का अनुरोध करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में शहरों की तरह ग्रामीण क्षेत्र भी स्वच्छ बनें और प्रदेशभर में रोहतक अव्वल रहे, इसके लिए हर नागरिक इस मुहिम से जुडक़र बेहतरीन कार्य करे।
शुभारंभ अवसर को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि एक से 31 अगस्त तक चलने वाले इस ग्रामीण स्वच्छता अभियान-2018 को ग्रामीण क्षेत्रों में पहली बार शुरू किया गया है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य करे। उन्होंने कहा कि जिला में सेनिटेशन कवरेज, गांव में ओडिएफ स्टेटस और जिओ टैग्ड टॉयलेट के लिए 5-5 माकर््स तथा गांव में ओडीएफ वैरिफिकेशन और टायॅलेट फंगशनिंग के लिए 10-10 नम्बर निर्धारित किए गए है। इस प्रकार ये 35 प्रतिशत अंक बनते है।
उन्होंने बताया कि ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से फीडबैक लेने के लिए भी 35 प्रतिशत नम्बर निर्धारित किए गए है। जिनमें ग्रामीणों की जागरूकता, स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में सफाई, सुरक्षित डिस्पोजल, लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए क्रमश: दो, छह, छह तथा ग्राम प्रधान, ग्राम सेविका, स्वच्छागृही, आंगनवाड़ी वर्कर और स्कूल अध्यापकों से मिली फीडबैक के 10 प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए है। उन्होंने बताया कि डायरेक्ट आब्जर्वेशन के लिए 30 प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए है, जिनमें शौचालयों की उपलब्धता के लिए 5 प्रतिशत, शौचालय के प्रयोग के लिए पांच प्रतिशत, सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों के स्टेटस के लिए 10 प्रतिशत और पानी की सही निकासी तथा खराब पानी कहीं भी खड़ा ना हो, इसके लिए 10 प्रतिशत अंक निर्धारित किये गये है।
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सहकारिता मंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छता सर्वेक्षण बुकलेट का भी अवलोकन किया। इसके अलावा उन्होंने गांव-गांव में लोगों को जागरूक करने के लिए चलाए जाने वाले 4 जागरूकता रथों को भी रवाना किया। उन्होंने स्वच्छता रथ को हरी झंडी दिखाने के बाद कुछ दूरी तक रथ को भी चलाया। यह देखकर प्रांगण में मौजूद लोग भी हैरान रह गए और मंत्री जी की इस सादगी पर तालियां बजाई।
तत्पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए सहकारिता मंत्री ने कहा कि सरकार ने जीएसटी, नोटबंदी, सर्जीकल स्ट्राइक के अलावा किसानों को उनकी फसलों के वाजिब दाम देकर लाभान्वित करने का कार्य किया है। इसके अलावा भाजपा सरकार की अनेक योजनाएं आम व्यक्ति का जीवन सुधारने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने समान रूप से प्रदेश का विकास करवाया है। इसके लिए विपक्षी पार्टियों के नेता भी विकास की मांग करने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष आ रहे हैं। एक अन्य प्रश्र में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार क्षेत्रवाद एवं परिवारवाद की राजनीति करती है। अपने-अपने क्षेत्रों में सभी कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री बनने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने प्रदेश को लूटने का काम किया है। इसीलिए उसे भाजपा का विकास और आम आदमी का संस्कारित विकास हजम नहीं हो रहा है।
इस अवसर पर डीडीपीओ अरविन्द मलिक, कार्यकारी अभियंता पंचायतीराज केके धनखड़, जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता रूहिल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी परमेश्वरी हुड्डा, डीईटीसी सुरेश बोडवाल, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सुषमा नैन, बीडीपीओ राजपाल चहल, सिविल सर्जन अनिल बिरला, ब्लाक समिति चेयरमैन समुंद्र सिंह, सुनील कुमार, सरपंच काहनौर अमित कादियान सहित पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि, सक्षम युवा एवं ग्रवित योजना के प्रतिभागी मौजूद थे।
फोटो: 07 से 11