Sunday, December 22


राज्यपाल की सिफारिश पर अब आयकर विभाग ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है. 


समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ 2017 में सेना पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर प्रदेश सरकार ने मुकदमा चलाने की अभी हाल ही में अनुमति दी है, तो वहीं अब आय से अधिक संपत्ति के मामले में आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है.

दरअसल कांग्रेस नेता फैसल लाला ने 2016 में महामहिम राज्यपाल को एक शिकायती पत्र भेजकर शिकायत की थी. पत्र में कहा था कि सपा नेता आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी के पास बनी जिला सहकारी बैंक की शाखा से नोटबन्दी के समय करेंसी एक्सचेंज कर अपना काला धन सफेद किया था. साथ ही यह भी शिकायत की थी कि आजम खान ने अपनी विधायक निधि, अपनी सांसद पत्नी की सांसद निधि और सांसद मुनव्वर सलीम की सांसद निधि का अस्सी प्रतिशत जौहर यूनिवर्सिटी में लगाया है.

इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए राज्यपाल की सिफारिश पर अब आयकर विभाग ने इन आरोपों की जांच शुरू कर दी है. आयकर उप निदेशक (जांच) एम के पाण्डेय ने फैसल लाला को पत्र भेजकर उनसे कहा कि अगर उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच आयकर विभाग द्वारा की जा रही है तो वह इन आरोपों से संबंधित कोई और दस्तावेज आयकर विभाग को उपलब्ध कराएं.