उन्होंने कब्र पर पुष्प चढ़ाकर नरसंहार के पीड़ितों को याद किया और केंद्र का दौरा करके रवांडा के प्रमुख जातीय समुदाय तुत्सी के खिलाफ नरसंहार के इतिहास के बारे में और जानकारी ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1994 के नरसंहार में मारे गए 2,50,000 से अधिक लोगों की याद में बने रवांडा के नरसंहार स्मारक केंद्र का मंगलवार को दौरा करके रवांडा की जनता के ‘अदम्य साहस’ को सलाम किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर रवांडा पहुंचे. यह तीन अफ्रीकी देशों की उनकी यात्रा का पहला चरण है. मोदी यहां आने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं.
उन्होंने कब्र पर पुष्प चढ़ाकर नरसंहार के पीड़ितों को याद किया और केंद्र का दौरा करके रवांडा के प्रमुख जातीय समुदाय तुत्सी के खिलाफ नरसंहार के इतिहास के बारे में और जानकारी ली. मोदी ने अपने दौरे के बाद स्मारक की आगंतुक पुस्तिका में भावपूर्ण संदेश लिखा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट में कहा, ‘मार्मिकता के साथ दिन की शुरुआत. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किगाली में नरसंहार स्मारक केंद्र का दौरा किया. स्मारक हिंसा के क्रूरतम कृत्य के पीड़ितों के सम्मान में बनाया गया है.’ उन्होंने कहा कि यह मेल-मिलाप की सराहनीय और अनुकरणीय प्रक्रिया का प्रतीक भी है जिसकी शुरुआत रवांडा ने की है.
रवांडा नरसंहार तुत्सी और हुतु समुदाय के लोगों के बीच हुआ एक जातीय संघर्ष था. इसमें तुत्सी विरोधी नरसंहार के 2,50,000 पीड़ितों की कब्रें हैं.