मोरनी दुष्कर्म मामला: निलंबित अधिकारियों ने लगाए अपने तत्काल अधिकारी पर आरोप

मोरनी हिल्स के एक गेस्ट हाउस में एक 22 वर्षीय युवती के साथ 40 लोगों द्वारा गैंगरेप मामले में पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।

इस मामले में सस्पेंड हुई महिला थाना की एएसआई सरस्वती मीडिया के सामने आई है। सरस्वती ने अपने व्हाट्सएप्प पर महिला थाना की एसएचओ के साथ हुई बातचीत को दिखाया है, एक शिकायत भी दी है। सरस्वती ने कहा है कि जब मैंने महिला थाना एचएचओ राजेश कुमारी को सारी जानकारी दे दी थी तो मुझे क्यों सस्पेंड किया गया है।



PANCHKULA BIG BREAKING………UPDATE 2………

पंचकुला DCP राजेन्द्र मीणा का बयान।

SIT बना दी गई है जो जांच कर रही है।

IPS अंशु सिंगला के नेतृत्व में SIT बनाई गई है।

SHO महिला थाना, SHO चंडी मंदिर और INCHARGE CRIME BRANCH SIT की सदस्य हैं।

जो मोबाईल के स्क्रीन शाट आए हैं उनकी भी जांच की जाएगी।

अगर SHO महिला थाना दोषी हुई तो उन पर कार्रवाई होगी।

ACCUSED का PRODUCTION WARRANT मिल चुका है सोमवार को ACCUSED पंचकुला पुलिस को मिलेगा।



सस्पेंड एएसआई सरस्वती ने दिखाए स्क्रीनशाट में साफ है कि सरस्वती ने इस केस की जानकारी महिला थाना एसएचओ राजेश कुमारी को दी थी, लेकिन एसएचओ राजेश कुमारी ने मनीमाजरा ( चंडीगढ़ ) पुलिस से बात करने की बात कही थी।

मोरनी गैंग रेप मामले की पीड़ित जब पंचकुला पुलिस के पास मदद को पहुंची तो जिले में कोई पी सी आर उपलब्ध नही थी इसका खुलासा महिला कर्मचारी के व्हाट्सएप्प मैसेज से हुआ है। जब कण्ट्रोल रूम ने महिला थाने की पुलिस को पी सी आर उपलब्ध ना हो ने की बात कही थी।

इस मामले में महिला थाने की SHO की सीधे तौर पर लापरवाही सामने आई है वहीं पुलिस कंट्रोल रुम में हर वक्त गाड़ी होने का दावा किया जाता है, लेकिन उस वक्त पीड़िता को कंट्रोल रुम से कोई सहायता नहीं मिल पाई।

इन स्क्रीनशॉट को सच मानें तो सरस्वती ने एसएचओ राजेश कुमारी को मामले की जानकारी दी थी और महिला एसएचओ राजेश कुमारी ने सरस्वती से कहा कि चंडीगढ़ (मनीमाजरा) पुलिस से बात करें।

 

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