नगर निगम पंचकूला की कार्यप्रणाली से पंचकूला के नागरिक बेहद रोष में हैं ! नगर निगम पंचकूला के प्रत्येक कार्य में गहरे भ्रष्टाचार की बू आती है ! सभी नियम कानून ताक पर रख दिए जा रहे हैं ! यहाँ भ्रष्टाचार आटे में नमक वाला नहीं बल्कि नमक में आटे वाला प्रतीत हो रहा है ! सार्वजनिक खजाने को नए नए तरीकों से जमकर लूटा खसोटा जा रहा है !
शहर के मौजिज नागरिक पिछले लम्बे समय से नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा रहे है ! उनमे से बहुत से लोगों ने अपनी विभिन्न मामलों में अपनी शिकायते भी दी हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है ! ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है की जैसे यहाँ लोकतंत्र स्थगित कर दिया गया है और मनमानी का दौर है ! सरकार के नुमाइंदे पंचकूला के विधायक जिन्हे सब कुछ दिखाई भी दे रहा होगा और यहाँ के लोगों की नगर निगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ उठाई जा रही आवाज़ भी सुनाई दे रही होगी लेकिन वे भी क्यों खामोश हैं ! क्या उन्हें शहर की जनता की तकलीफों से कोई वास्ता नहीं और उनके जज्बातों से कोई वास्ता नहीं ! शहर की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है ! वे अगर नगर निगम की कार्यप्रणाली को नहीं जांच सकते तो वे कम से कम शहर के नागरिकों की आवाज़ सरकार तक तो पहुंचायें और सरकार से शिकायत मामलों की जांच का आग्रह करें !