Saturday, December 21

चंडीगढ़: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के कई विधायकों ने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। यह समय इसलिए मांगा गया है क्योंकि कै. अभिमन्यु के बयानों को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर द्वारा खुले बयान देने से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस कद्र आहत हुए हैं कि  उन्होंने अपने समर्थक विधायकों से चर्चा में यह कहा कि वह राजनीती छोड़ घर बैठने पर विचार कर सकते हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों कै. अभिमन्यु ने कहा था कि सी.बी.आई. की चार्जशीट में निकल कर आया है कि फरवरी 2016 में जो तांडव जाट आरक्षण की आड़ में हुआ यह पूर्व नियोजित षड्यंत्र था और यह षड्यंत्र भूपेंद्र हुड्डा द्वारा रचा गया था।  यह बहुत पीड़ादायक बात है। उसके बाद तंवर ने भी बयान दिए थे कि उन पर हमला करने वाले भी वही लोग थे जिन्होंने वित्त मंत्री के परिवार को मारने की कोशिश की।

सूत्रों के अनुसार इन विधायकों ने तंवर के खिलाफ एक फाइल भी तैयार की है, जिसमें प्रमुख रूप से रोहतक में कांग्रेस ऑब्जर्वर के रूप में सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी प्रदीप कासनी को भेजने व उनके द्वारा वहां लोकसभा व विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों  के लिए चयन प्रक्रिया अपनाए जाने व वहां दिए बयानों को हाईलाइट किया गया है।

इससे पहले अशोक तंवर के दिए इन बयानों की कांग्रेस के कई विधायकों की टिकटें भी कट सकती हैं तथा अधिकांश नए चेहरों को टिकट मिलेगी, को भी फाइल का हिस्सा बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो एक तरफ कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम नहीं आया साथ ही तंवर के इन बयानों से आहत हुड्डा के समर्थक 11 विधायक उनके पास पहुंचे।

हुड्डा ने भावुक होकर अपने समॢथत विधायकों से कहा कि वह बाहर वालों से तो हर मोर्चे पर लड़ लें, लेकिन जिस प्रकार पार्टी प्रधान ही हरियाणा में बीजेपी के सुर में सुर मिलाकर लड़ रहे हैं उससे वह आहत हैं। जिस पर उनके समॢथत सभी विधायक पहले की तरह एकजुट नजर आए तथा कहा कि वह खुद भी राहुल गांधी से मिलें तथा सभी विधायक भी समय लेकर राहुल गांधी से मिलेंगे।

राहुल गांधी को सारी स्थिति से अवगत करवाया जाए। इसी कड़ी में बुधवार भूपेंद्र सिंह हुड्डा राहुल गांधी से मिले भी लेकिन क्या बात हुई इस पर वह कुछ बताने को तैयार नहीं हैं, केवल यही कहते हैं कि राजनीतिक व गैर राजनीतिक सभी बातें हुईं। इसी क्रम में हुड्डा  समर्थक 11 विधायकों ने अशोक गहलोत, आनंद शर्मा व वी जार्ज से भी मुलाकात करके भूपेंद्र हुड्डा को मजबूती देने व राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है।

हुड्डा समर्थक विधायकों ने अशोक तंवर की जगह भूपेंद्र हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। उन्होंने  कहा कि अगर हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाया गया तो इनैलो-बसपा के साथ मिलकर सरकार बना लेंगी और पार्टी के हाथ से सत्ता फिसल जाएगी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को सत्ता दिलवाने का दमखम सिर्फ भूपेंद्र हुड्डा के पास है।